Jan Suraj Yatra Prashant Kishor: राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) इन दिनों बिहार में कैंप कर रहे हैं। पीके जन सुराज के जरिए सियासी जमीन को टटोलने की कोशिश में दो अक्टूबर को चंपारण के गांधी आश्रम से पदयात्रा की शुरूआत करेंगे। फिलहाल पीके वैशाली के दौरा पर हैं।
प्रशांत किशोर ने लोगों से बात चीत के दौरान यह दावा किया है कि सत्ता का परिवर्तन तो होकर रहेगा। उन्होंने कहा कि लोग कहते हैं मोदी जी( Modi Wave) को लेकर देश में लहर थी लेकिन सवाल ये है कि आखिर ये लहर उठी कैसे। उन्होंने लोगों से कहा कि आपको यह बात पूछनी चाहिए। पीके ने कहा कि मैं आप लोगों के बीच आकर जो बाते रख रहा हूं वो लहर बनाने की प्रक्रिया ही है।
प्रशांत किशोर ने जन सुराज यात्रा से पहले कहा कि लहर बनने में वक्त लगता है। लेकिन जब एक बार लहर उठ गई तो कोई बचेगा नहीं सब बह जाएंगे। प्रशांत किशोर ने यह भी दावा किया है कि सत्ता का परिवर्तन तो होगा ही होगा। लेकिन ये परिवर्तन अच्छे लोग और अच्छे विचार के साथ होगा तो व्यवस्था का भी परिवर्तन होगा।
मैं भी बिहार ही हूं- प्रशांत किशोर :- वैशाली के सराय के स्थानीय पटेढ़ा में आयोजित सभा में प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार के समग्र विकास का एकमात्र रास्ता है जन सुराज। ऐसा सुराज जो किसी व्यक्ति या दल का नहीं होकर जनता का हो। उन्होंने कहा कि मैं भी बिहारी ही हूं और हमारी शिक्षा दीक्षा भी बिहार के सरकारी स्कूलों से ही हुई है।
अपनी पढ़ाई लिखाई के बाद वर्ष 2010 तक मुझे विश्व के कई देशों में काम करने का मौका मिला। उस वक्त देश के कई राज्यों में कुपोषण की समस्या बनी हुई थी। देश में कुपोषण की समस्या पर काम करने को लेकर देश के बीमारू राज्यों में बिहार का भी नाम था। वर्ष 2011 में हम देश में कुपोषण की समस्याओं पर काम करने के लिए अपने देश में आए थे।
दो अक्टूबर से होगी पदयात्रा की शुरुआत :- जन सुराज के उद्देश्य एवं नीतियों पर विस्तृत रूप से चर्चा करते हुए कहा कि दो अक्टूबर से चंपारण के गांधी आश्रम से अपनी पदयात्रा की शुरुआत करेंगे तथा तीन हजार किलोमीटर पैदल चलकर प्रदेश के कोने-कोने के लोगों से जन समस्याओं के बारे में विस्तृत रूप से चर्चा करेंगे। इसके बाद ही जन सुराज के नीतियों का निर्धारण होगा।