Bihar Politics In Lockdown! पटना, ऑनलाइन डेस्क। Bihar Politics: जन अधिकार पार्टी के संरक्षक और पूर्व सांसद पप्पू यादव की गिरफ्तारी के कारण बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल सुर्खियों में आ गई है। प्रमुख राजद नेताओं तेजस्वी यादव, उनके बड़े भाई तेजप्रताप यादव या उनके पिता लालू प्रसाद यादव ने भी पप्पू यादव की गिरफ्तारी पर अपना मुंह नहीं खोला है। हालांकि, पार्टी के कई नेता इसे नौटंकी करार दे रहे हैं। कई राजद नेताओं ने यहां तक कहा कि राज्य सरकार मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए ऐसा कर रही है। दरअसल राजद को डर है कि गिरफ्तारी के बाद पप्पू यादव हीरो बन सकते हैं। युवा राजद के प्रदेश अध्यक्ष कारी सोहेब समेत कई नेताओं ने इसे इशारों में नौटंकी करार दिया है।
लालू परिवार के ट्विटर अकाउंट से कोई शब्द नहीं
लालू परिवार के कई सदस्य, जिन्होंने एक दिन में पांच बार ट्वीट किया है, उन्होंने इस मुद्दे पर कुछ नहीं कहा। सामान्य तौर पर, लालू प्रसाद यादव, तेजस्वी यादव, तेजप्रताप यादव, मीसा भारती और रोहिणी आचार्य के ट्विटर अकाउंट के अलावा, बिहार की हर बड़ी राजनीतिक गतिविधि पर भी टिप्पणी की जाती है। आगे यह चर्चा हुई कि पप्पू यादव की गिरफ्तारी का विरोध करने वाले राजद के एक ट्वीट को बाद में हटा दिया गया। जब पत्रकारों ने पप्पू यादव से वही सवाल पूछा, तो उन्होंने तेजस्वी यादव को अपने तरीके से चुनौती दी। उन्होंने कहा कि तेजस्वी को अस्पताल में मरीजों के बीच जाना चाहिए और उनकी सेवा करनी चाहिए। जरूरतमंदों की मदद के लिए पहुंचें। उनके लिए दवाओं और ऑक्सीजन की व्यवस्था करें।
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एनडीए के दलों द्वारा की गई मांग
दरअसल, एनडीए में शामिल दलों ने इसी तरह के विषयों पर तेजस्वी को घेरा है। बीजेपी और जेडीयू के नेताओं ने भी लगातार कहा है कि आपदा के दौरान तेजस्वी यादव बिहार से गायब हो जाते हैं। जदयू प्रवेश के प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक झा ने हाल ही में कहा कि लालू के दोनों बेटे फार्म हाउस में मस्ती कर रहे हैं। हालांकि, तेजप्रताप जदयू के प्रभार के तुरंत बाद सक्रिय हो गए थे। उन्होंने पटना में पीएमसीएच और गर्दनीबाग अस्पताल का दौरा किया और लोगों से मुलाकात की और खाने के पैकेट बांटे।
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पप्पू यादव कोरोना अवधि के दौरान अपनी सक्रियता के साथ चर्चा में थे।
दरअसल पप्पू यादव कोरोना काल के दौरान लगातार सक्रिय रहे हैं। उन्होंने राज्य के कई हिस्सों के अस्पतालों में जाकर मरीजों से मुलाकात की। उन्हें मरीजों के रिश्तेदारों के बीच आवश्यक दवाओं और ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था करते देखा गया। कई लोग इसके लिए उनकी तारीफ भी कर रहे हैं। इसलिए कई लोग इसे नौटंकी और लॉकडाउन का उल्लंघन कहते हैं। पप्पू यादव को प्रशासन ने लॉकडाउन उल्लंघन के लिए भी बुक किया है।
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