दूसरी Bullet Train दौड़ाने का खाका, जानिए किन रेल यात्रियों को होगा फायदा

रेलवे के अनुसार महाराष्ट्र सरकार और से सहयोग मिलने और अहमदाबाद रूट जैसी कोई दिक्कत सामने नहीं आई तो साल 2024 के आम चुनाव शुरू होने तक इस मार्ग के निर्माण शुरू होने की पूरी संभावना है ।

देश की दूसरी बुलेट ट्रेन (Bullet train) के रूट पर भी जल्‍द फैसला हो सकता है। रेल मंत्रालय अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन के बाद नागपुर-मुंबई रूट पर भी बुलेट ट्रेन चलने की संभावना है। रेलवे के अनुसार अगर तय समय पर काम पूरा हुआ तो साल 2024 के आम चुनाव शुरू होने तक इस मार्ग के निर्माण शुरू हो जाएगा।

रेलवे के अनुसार महाराष्ट्र सरकार और से सहयोग मिलने और अहमदाबाद रूट जैसी कोई दिक्कत सामने नहीं आई तो साल 2024 के आम चुनाव शुरू होने तक इस मार्ग के निर्माण शुरू होने की पूरी संभावना है। दरअसल फरवरी अंत तक नागपुर-मुंबई बुलेट ट्रेन रूट का डीपीआर तैयार हो जाएगा।

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इसके लिए जरूरी भूमि का 70 फीसदी हिस्सा पहले से ही उपलब्ध है। केवल 30 प्रतिशत जमीन अधिग्रहण की ही जरूरत पड़ेगी। बुलेट ट्रेन चालू होने पर नागपुर से मुंबई कि 12 घंटे की यह दूरी केवल 3.5 घंटे में पूरी की जा सकेगी।

रेल राज्य मंत्री राव साहब दानवे के अनुसार मुंबई से नागपुर के बीच 766 किलोमीटर की दूरी में बुलेट ट्रेन रूट का डीपीआर तैयार किया जा रहा है। फरवरी अंत तक डीपीआर तैयार होने की पूरी संभावना है।

उन्होंने बताया कि नागपुर से इगतपुरी के बीच जमीन अधिग्रहण की जरूरत नहीं पड़ेगी। केवल इगतपुरी से मुंबई के बीच जमीन अधिग्रहण करना होगा। जिस इलाके में जमीन अधिग्रहण होना है वहां भी न्यूनतम जमीन ली जाएगी। इस हिस्से में बुलेट ट्रेन का ज्यादातर मार्ग एलिवेटेड बनेगा। इस रूट पर बुलेट ट्रेन की अधिकतम गति 350 किमी प्रति घंटे होगी।

 किन रूटों पर चलेगी ट्रेन…बता दें कि रेल मंत्रालय ने 7 हाई स्पीड रेल (बुलेट ट्रेन) कॉरिडोर-दिल्ली-वाराणसी, मुंबई-नागपुर, दिल्ली-अहमदाबाद, मुंबई-हैदराबाद, चेन्नई-बेंगलुरु-मैसूर, वाराणसी-हावड़ा और दिल्ली-अमृतसर के लिए सर्वेक्षण करने और विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने का निर्णय लिया है। वहीं अहमदाबाद से मुंबई बुलेट ट्रेन मार्ग का निर्माण गुजरात क्षेत्र में तेजी से चल रहा है। गुजरात में बुलेट ट्रेन के लिए अधिकतर जमीन का अधिग्रहण कार्य पूरा हो चुका है, महाराष्ट्र में यह लंबित है।

जमीन लेने में हुई देरी…रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के अनुसार महाराष्ट्र में भूमि अधिग्रहण में देरी, तत्पश्चात ठेकों को आखिरी रूप देने में देरी और कोविड-19 के प्रतिकूल प्रभाव से मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल परियोजना के अमल में आने में देरी हुई।

पिछले दिनों रेल मंत्रालय ने बुलेट ट्रेन के सूरत रेलवे स्टेशन का डिजिटल ग्राफिक्स सार्वजनिक किया था, जो सूरत के हीरा व्यवसाय पर डिजाइन किया गया है। यह काफी आकर्षक है।

दिल्ली-जयपुर-उदयपुर-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन…रेल मंत्री के अनुसार देश में बुलेट ट्रेनों के लिए 7 रूट तय हैं। इनमें मुंबई-अहमदाबाद के साथ ही दिल्ली-नोएडा-आगरा-लखनऊ-वाराणसी (865 किलोमीटर) और दिल्ली-जयपुर-उदयपुर-अहमदाबाद (886 किलोमीटर), मुंबई-नासिक-नागपुर (753 किलोमीटर), मुंबई-पुणे-हैदराबाद , (711 किलोमीटर), चेन्नै-बेंगलुरु-मैसूर, (435 किलोमीटर) और दिल्ली-चंडीगढ़-लुधियाना-जालंधर-अमृतसर (459 किलोमीटर) शामिल होंगे।