केके पाठक से कम सख्त नहीं हैं एस सिद्धार्थ, अपनी टेबल से ही करेंगे सीधी कार्रवाई!

केके पाठक से कम सख्त नहीं हैं एस सिद्धार्थ, अपनी टेबल से ही करेंगे सीधी कार्रवाई!

केके पाठक के तबादले के बाद नए एसीएस एस सिद्धार्थ पूरे एक्शन मोड में आ गए हैं। लगातार नए आदेश जारी हो रहे हैं और अब नए प्रयोगों का सिलसिला भी शुरू हो गया है। इसी क्रम में शिक्षा विभाग के एसीएस एस सिद्धार्थ बड़ा प्रयोग करते हुए 5 मोबाइल नंबर जारी करने जा रहे हैं।

केके पाठक के तबादले का जश्न मना रहे शिक्षकों की नहीं कम होंगी मुश्किलें, शिक्षा विभाग ने की बड़ी तैयारी

खास बात यह है कि वह इन सभी मोबाइल को अपनी टेबल पर रखेंगे जिस पर कोई भी आम नागरिक अब सीधे वीडियो, ऑडियो और दस्तावेज भेज सकेगा। उनका यह प्रयोग प्राथमिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा में सुधार के लिए उठाया गया कदम है।

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इसके तहत कोई भी आम नागरिक इंफ्रास्ट्रक्चर, पेयजल, शौचालय, बिजली, फर्नीचर की भी शिकायत कर सकेगा। इसके साथ ही मिड-डे मील यानी एमडीएम, पोशाक, छात्रवृत्ति, साइकिल योजनाओं की भी शिकायत की जा सकेगी। उच्च शिक्षा यानी विश्वविद्यालय और कॉलेजों में अनियमितताओं की भी शिकायत की जा सकेगी। एसीएस एस सिद्धार्थ इन शिकायतों को सीधे संबंधित जिलों को भेजेंगे और डीएम को इस पर कार्रवाई कर रिपोर्ट भेजनी होगी।

आपको बता दें कि इसी तरह का नया प्रयोग करते हुए शुक्रवार को एक आदेश के तहत अब स्कूलों के निरीक्षण की सीधी जिम्मेदारी जिलाधिकारियों को दे दी गई है। शिक्षा विभाग के आदेश के मुताबिक अब डीएम गैर शिक्षा विभाग के अधिकारियों से स्कूलों का निरीक्षण कराएंगे। ऐसे में माना जा रहा है कि डीईओ, डीपीओ और बीईओ की शक्ति कम हो गई है।

शिक्षा विभाग के नए आदेश के अनुसार, जिलाधिकारी दूसरे विभागों के अधिकारियों और पर्यवेक्षकों से स्कूलों का निरीक्षण कराएंगे। अब डीएम स्कूलों के निरीक्षण के लिए टीम तैयार करेंगे और इसके लिए सभी जिलों में एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा।

शिक्षा विभाग ने सभी जिलाधिकारियों से नोडल अधिकारी के लिए एक अपर समाहर्ता का नाम मांगा है। इसी आदेश में बताया गया है कि टोल फ्री नंबर पर मिलने वाली शिकायत पर तुरंत कार्रवाई होगी और शिक्षा विभाग तुरंत संबंधित जिले के नोडल अधिकारी को शिकायत भेजेगा। शिकायत मिलने पर गैर शिक्षा विभाग के अधिकारी से जांच कराने का आदेश दिया गया है। जांच के बाद रिपोर्ट ई-शिक्षा कोष के जरिए सीधे एसीएस एस सिद्धार्थ को भेजनी होगी।

आपको बता दें कि एसीएस एस सिद्धार्थ ने भी माना है कि अब तक शिकायतों पर कोई बड़ी कार्रवाई नहीं हुई है। पहले भी कई जगहों पर निरीक्षण और मॉनिटरिंग में गड़बड़ी हुई थी। आपको बता दें कि शिक्षकों पर नकेल कसने का एसीएस एस सिद्धार्थ का यह पहला और बड़ा प्रयोग है। केके पाठक के तबादले के बाद भी यह साफ है कि शिक्षा विभाग अब शिक्षकों की अनियमितताओं पर कार्रवाई करने में ज्यादा सक्रिय होगा।