केके पाठक के राज में चल रहे थे चालाकी…अब पूरा धंधा चौपट, जानिए क्या है मामला ?
बिहार के शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के कार्यकाल में बेईमानी करना डेस्क-बेंच बनाने वाली एक एजेंसी को महंगा पड़ गया। केके पाठक के विभाग के एक अधिकारी ने उस एजेंसी को ब्लैक लिस्टेड कर दिया है और भुगतान भी रोक दिया है।
जानें क्या है पूरा मामला
राजकीयकृत चिरैयाटांड़ उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में लकड़ी की कुन्नी से बनी बेंच और डेस्क तोड़ने की खबर दैनिक जागरण में प्रकाशित होने के बाद शनिवार को जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) हरकत में दिखे। वे एजेंसी द्वारा विद्यालय को दिए गए बेंच और डेस्क का निरीक्षण करने विद्यालय पहुंचे।
उनके साथ अभियंता पिंटू कुमार और जिला कार्यक्रम पदाधिकारी राजकमल मौजूद थे। डीईओ ने बेंच और डेस्क का निरीक्षण किया और पाया कि ज्ञान टेक्नोलॉजिकल सिस्टम प्राइवेट लिमिटेड (एजेंसी) ने इस विद्यालय को लकड़ी की कुन्नी से बनी 50 जोड़ी बेंच और डेस्क दी थी। इतना ही नहीं, एजेंसी ने प्रधानाध्यापक से अवैध तरीके से 2.5 लाख रुपये के बिल पर हस्ताक्षर भी करा लिया।
एजेंसी को ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया है: डीईओ संजय कुमार
डीईओ संजय कुमार ने बातचीत में बताया कि एजेंसी को ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया है। साथ ही उसके बिल का भुगतान भी रोक दिया गया है। उक्त एजेंसी द्वारा जहां-जहां बेंच-डेस्क उपलब्ध कराए गए हैं, उसकी भी जांच की जाएगी। डीईओ ने बताया कि जिले के विद्यालयों को कुल 68 हजार बेंच-डेस्क दिए जाने हैं। इनमें से 44 हजार बेंच-डेस्क की आपूर्ति हो चुकी है। जांच के बाद शेष 24 हजार बेंच-डेस्क वितरित किए जाएंगे।
मालूम हो कि राजकीय चिरैयाटांड़ उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने जिला शिक्षा कार्यालय को पत्र लिखकर ज्ञान टेक्नोलॉजिकल सिस्टम प्राइवेट लिमिटेड (एजेंसी) द्वारा लकड़ी की कुन्नी से बने 50 जोड़ी बेंच-डेस्क दिए जाने की शिकायत की थी। साथ ही कहा था कि घटिया क्वालिटी के ये बेंच-डेस्क टूटने लगे हैं।
एजेंसी ने जिला शिक्षा कार्यालय का हवाला देकर 2.5 लाख रुपये का बिल भी गलत तरीके से हस्ताक्षरित करा लिया।
डीईओ ने बच्चों से भी की बात, जागरूकता सत्र में भी लिया हिस्सा
डीईओ संजय कुमार सुबह 10 बजे स्कूल का निरीक्षण करने पहुंचे। उस समय स्कूल में जागरूकता सत्र की तैयारियां चल रही थीं। उन्होंने बच्चों के साथ जागरूकता सत्र में भी हिस्सा लिया। उन्होंने बच्चों से भी बात की और उन्हें प्रतिदिन स्कूल आने के लिए प्रेरित किया। डीईओ ने स्कूल में बने आईसीटी लैब, प्रयोगशाला और लाइब्रेरी को भी देखा। वे स्कूल की व्यवस्था से संतुष्ट दिखे। मौके पर स्कूल की प्रधानाध्यापिका मधु कुमारी, सहायक जितेंद्र कुमार समेत अन्य शिक्षक मौजूद थे।