कोरोना के कारण सिनेमा हॉल और थिएटर काफी समय से बंद हैं। हाल ही में कोरोना की धीमी रफ्तार के बाद एक बार फिर सिनेमाघर खुल गए हैं। इन दिनों कश्मीर फाइल्स फिल्म की चर्चा चल रही है। इस फिल्म में कश्मीरी पंडितों के पलायन को दिखाया गया है। बताया जा रहा है कि इस फिल्म में कश्मीरी पंडितों से जुड़ा वो सिनेमा दिखाया गया है जिसमें सच के अलावा और कुछ नहीं है।
वहीं दूसरी तरफ इस फिल्म को लेकर विवाद भी बढ़ रहा है। बिहार की नीतीश सरकार ने फिल्म को टैक्स फ्री कर दिया है। इसी बीच सत्ताधारी एनडीए की सहयोगी पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने इस विवाद को एक अलग एंगल ही दे दिया है। उन्होंने इस फिल्म को आतंकियों की गहरी साजिश करार दिया है। उन्होंने इसके आतंकी कनेक्शन की जांच करने को कहा है।
फिल्म यूनिट सदस्यों के आतंकी कनेक्शन की जांच हो==होली की सुबह-सुबह जीतन राम मांझी ने कश्मीर फाइल्स को लेकर ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, ‘द कश्मीर फाइल्स’ आतंकवादियों की एक गहरी साजिश भी हो सकती है, जिसे दिखाकर आतंकी संगठन कश्मीरी ब्राह्मण मे खौफ एवं डर का माहौल बना रहें हैं ताकि डर से कश्मीरी ब्राह्मण पुनः कश्मीर ना जा पाएं। ‘द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म यूनिट सदस्यों के आतंकी कनेक्शन की जांच होनी चाहिए।’ अपने ट्वीट के साथ उन्होंने अभिनेता अनुपम खेर को भी टैग किया है।
मांझी के ट्वीट पर छिड़ सकता है सियासी संग्राम
जीतन राम मांझी के इस ट्वीट से बिहार में सियासी संग्राम छिड़ने के आसार हैं। हाल ही में सूबे के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने राज्य में द कश्मीर फाइल्स को टैक्स फ्री करने का ऐलान किया है। ऐसे में सत्ताधारी पार्टी के सहयोगी के मुखिया का यह बयान परेशानी खड़ी कर सकता है।
पहले भी ब्राह्मण विरोधी बयान दे चुके हैं मांझी
कुछ समय पहले जीतन राम मांझी का एक वीडियो सामने आया था जिसमें वो ब्राह्मणों को खरी-खोटी सुनाते दिखे थे। हालांकि बाद में मांझी ने इसपर सफाई देते हुए कहा था कि उन्होंने ब्राह्मणों को नहीं बल्कि अपने समाज के उन लोगों को गाली दी थी जो पाखंड को बढ़ावा देते हैं। हालांकि इसके बाद ब्राह्मण मांझी पर भड़क गए थे और राज्य में जगह-जगह उनके खिलाफ प्रदर्शन हुए थे।
Source-hindustan