हरिगिरि धाम में अंतिम सोमवारी पर नहीं हुआ जलाभिषेक

बेगूसराय। सावन की अंतिम सोमवारी पर बाबा हरिगिरि धाम में श्रद्धालुओं को मंदिर परिसर में प्रवेश करने से रोक दिया गया। इससे मंदिर की चौखट पर जलाभिषेक भी श्रद्धालु नहीं कर पाए। साहेबपुर कमाल प्रखंड के छर्रापट्टी गंगा घाट पर स्नान करने एवं गंगा जल लेने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गई।

गढ़पुरा : सावन की चौथी सोमवारी पर बाबा हरि गिरि धाम में श्रद्धालुओं को जल नहीं चढ़ाने दिए जाने के लिए प्रशासन रविवार रात से ही धाम के चारों तरफ पुलिस बल तैनात कर दिया था। इससे बड़ी संख्या में आए श्रद्धालुओं को जल चढ़ाएं बगैर ही लौट जाना पड़ा। श्रद्धालुओं को हरी गिरी धाम परिसर के बाहर मुख्य सड़क पर भी खड़ा होने नहीं दिए जा रहा था। धाम परिसर और उसके बाहर की सभी दुकानें प्रशासन के द्वारा बंद करा दी गई। रविवार रात से ही बीडीओ आफताब आलम, सीओ स्मिता कुमारी, थानाध्यक्ष मनीष कुमार आनंद पुलिस बल और अन्य पदाधिकारियों के साथ तैनात थे। अंतिम सोमवारी के दिन मंदिर परिसर वीरान हो गया।

साहेबपुर कमाल : सहरसा जिले के बख्तियारपुर स्थित बाबा मटेश्वर नाथ महादेव को अंतिम सोमवारी को जलाभिषेक करने के लिए छर्रापट्टी गंगा घाट पर पवित्र गंगा जल लेने रविवार शाम से ही भीड़ उमड़ पड़ी। अनियंत्रित भीड़ को व्यवस्थित करने के लिए स्थानीय पुलिस प्रशासन एवं स्थानीय मेला कमेटी के सदस्यों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। बताया जाता है कि प्रत्येक वर्ष श्रावण मास की सोमवारी के दिन बाबा मटेश्वरनाथ एवं प्रखंड के परोरा ग्राम स्थित आलोक धाम में जलाभिषेक के लिए रविवार एवं सोमवार को छर्रा पट्टी गंगा घाट पर खगड़िया, बेगूसराय, सहरसा, मधेपुरा, पूर्णियां सहित कई इलाके के श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ती है। मेला कमेटी के सदस्य अजय कुमार भारती, ऋषिपाल, अरुण कुमार, फगेंद्र यादव, अनिल कुमार, सिकंदर यादव आदि तत्पर दिखे।

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चेरिया बरियारपुर : प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न शिवालयों में सावन की अंतिम सोमवारी को लेकर भगवान शिव की पूजा अर्चना के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। पूजा अर्चना के लिए आने वालों में महिलाओं तथा बच्चों की संख्या अधिक रही। कोरोना संक्रमण को देखते हुए क्षेत्र के बड़े मंदिरों में शाम के समय होने वाला भगवान का भव्य श्रृंगार एवं भजन कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया। कई शिवालयों में पोस्टल विभाग के द्वारा गंगोत्री का सील पैक गंगा जल बिक्री के लिए उपलब्ध था। रामपुर घाट स्थित शिव पार्वती मंदिर में सुबह से ही पूजा के लिए बड़ी संख्या में लोग जमा हुए। मंदिर समिति के कार्यकर्ता श्रद्धालुओं से कोरोना संक्रमण का हवाला देते हुए सामाजिक दूरी बनाए रखने की अपील करते देखे गए।

बछवाड़ा (बेगूसराय) : प्रखंड क्षेत्र के रुदौली पंचायत स्थित बाबा दुखहरण धाम में श्रावण मास के अंतिम सोमवारी के अवसर पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। बाबा दुखहरण पर जल चढ़ाने को लेकर दूर-दूर से श्रद्धालु सोमवार के अहले सुबह से ही लाइन में लगे थे। मंदिर के प्रधान पुजारी विकास झा ने बताया कि धार्मिक कथाओं के अनुसार भगवान शिव को पति के रूप में पाने के लिए मां पार्वती ने सावन माह में कठोर तपस्या की थी। ऐसी मान्यता है कि जो भक्त सावन महीने में रुद्राभिषेक करते हैं। भगवान शंकर उनकी सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूरी करते है।