सुपौल: बढ़ती ठंड के साथ गर्म कपड़ों के बाजार की रौनक बढ़ चली। बाजार में गर्म कपड़ों की भरमार सी लगी है। बड़ी-बड़ी दुकानों से लेकर फुटपाथ की दुकानों तक बस और बस गर्म कपड़े ही दिख रहे हैं। ठंड से निजात को लेकर लोगों के सामने विकल्प के रूप में गर्म कपड़ा ही है, जिसकी खरीदारी के लिए लोग बाजारों का रुख कर रहे हैं।
गर्म कपड़ों की खरीदारी जमकर चल रही है। व्यवसायियों के चेहरे पर गर्म कपड़े की बिक्री को लेकर सुकून के भाव हैं और उन्हें लग रहा है कि आलम यही रहा तो उनके स्टाक तो खत्म होंगे ही साथ ही मुनाफा भी अच्छा-खासा होगा।
ठंड के समय में उपयोग में लाए जाने वाले मौजा, टोपी, स्वेटर, जैकेट, मफलर, शाल आदि से दुकानें भरी हुई है। हर तबके के लोगों की पसंद और सामथ्र्य के मुताबिक बाजार में गर्म कपड़े उपलब्ध हैं। जिसकी जमकर खरीदारी चल रही है।
बाजार के मार्ट, माल और शोरूम भी गर्म कपड़े से सजे हैं। इन मार्ट, माल और शोरूम में कम कीमत से लेकर अधिक कीमत तक के कपड़े उपलब्ध हैं। विभिन्न कंपनियों के कोट-पैंट भी शोरूम वालों ने उपलब्ध कराए हुए हैं। नतीजा है कि फुटपाथ से लेकर मार्ट और शोरूम तक सिर्फ और सिर्फ गर्म कपड़ों का ही जलवा दिख रहा है।
बाजार के रेडिमेड दुकानों से लेकर कपड़े की दुकानों तक वर्तमान में गर्म कपड़ों की ही खरीदारी चल रही है। कंबल और रजाई की भी अच्छी-खासी डिमांड है। रजाई को लेकर रुई की खपत बढ़ चली है। जगह-जगह रजाई बनाने वाले कारीगर मशीन से रुई की धुनाई कर रहे हैं और रजाई की सिलाई में व्यस्त हैं।
कंबल भी बाजार में विभिन्न कंपनियों के उपलब्ध हैं। हर तबके को ध्यान में रखकर दुकानदारों ने बाजार में माल मंगवाया है। ठंड का यही आलम रहा तो आने वाले दिनों में गर्म कपड़ों के डिमांड में और इजाफा होगा और बाजार का रौनक बरकरार रहेगा।