सदर अस्पताल में 96 लाख की गड़बड़ी मामले में तेज हुई जांच

मोतिहारी । सदर अस्पताल में खरीदारी के नाम पर लगातार गड़बड़ी की जा रही है। हालांकि कतिपय कारणों से शायद ही कभी दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जा सकी है। ताजा मामला 96 लाख 4 हजार छह सौ चौदह रुपये से जुड़ा है। बताते हैं कि अस्पताल प्रबंधन द्वारा तमाम नियमों को ताक पर रखकर वित्तीय वर्ष 2020-21 में उक्त राशि की खरीदारी की गई।

मामले का खुलासा तब हुआ जब पटना से आई ऑडिट टीम ने खरीददारी से जुड़े कागजात का अवलोकन किया। टीम ने इस बाबत सिविल सर्जन को अवगत कराते हुए कहा कि उक्त राशि का उपकरण, दवा व अन्य सामग्रियों की खरीदारी में प्रयोग किया गया। पूरी खरीदारी में बिहार वित्तीय नियमावली 2005 की अवहेलना करते हुए बिना टेंडर किये ही खरीद कर ली गई। तब मामले की गंभीरता को देखते हुए सिविल सर्जन डॉ अंजनी कुमार ने तत्काल प्रभाव से अस्पताल प्रबंधक व उपाधीक्षक के मानदेय पर रोक लगा दी थी।

इसके अलावा उन्होंने पूरे मामले की जांच के लिए एसीएमओ डा. एसके झा के नेतृत्व में एक टीम का भी गठन किया था। जांच टीम की अगुवाई कर रहे एसीएमओ डॉ झा ने बताया कि ऑडिट टीम की रिपोर्ट उनको नहीं मिल सकी थी, इसलिए जांच कार्य बाधित था। अब जल्द ही उन्हें ऑडिट रिपोर्ट मिलने की संभावना है। उन्होंने शुरुआती जांच प्रारंभ की है। रिपोर्ट मिलने पर ही पूरे मामले का खुलासा हो सकेगा।

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खास बातें:-

– तय मापदंडों की अवहेलना कर हुई थी खरीदारी

– पटना से आई ऑडिट टीम ने किया था पर्दाफाश

– मामले में अस्पताल प्रबंधक व उपाधीक्षक का सीएस ने बंद किया था मानदेय