मुजफ्फरपुर. बिहार के मुजफ्फरपुर में मानवता को शर्मसार करने वाली एक घटना सामने आई है. जिला सदर अस्पताल परिसर में इलाज के लिए लाया गया एक बुजुर्ग एंबुलेंस के पास जमीन पर पड़ा तड़पता रहा तो वहीं बुजुर्ग की बूढ़ी पत्नी सहायता के लिए रो-रो कर गुहार लगाती रही. घंटों तक इस बुजुर्ग दंपति की सुनने वाला कोई नहीं था लेकिन बात जैसे ही मीडिया तक पहुंची सिस्टम तुरंत सचेत हो गया.
इस घटना में मानवता के साथ रिश्ता भी शर्मसार हुआ क्योंकि बुजुर्ग दंपति की इस दुर्दशा में उनका अपना बेटा और बहू शामिल था. दरअसल काजी मोहम्मदपुर थाना के दामू चौक निवासी बुजुर्ग अर्जुन ओझा की तबीयत खराब हुई तो इलाज कराने के लिए उनका बेटा उन्हें लेकर सदर अस्पताल पहुंचा. साथ में अर्जुन ओझा की पत्नी भी थी. बेटे ने इन्हें सदर अस्पताल पहुंचा तो दिया लेकिन उसके बाद गायब हो गया.
काफी देर तक दोनों सदर अस्पताल में इलाज के लिए भटकते रहे लेकिन कोई इलाज नहीं हुआ. इसी बीच बुजुर्ग बीमार अर्जुन ओझा अर्ध बेहोशी की हालत में जमीन पर गिर गए. अर्जुन ओझा को सर्दी-खांसी बुखार की शिकायत थी इस वजह से कोरोना के डर से कोई उन्हें उठाने नहीं गया और वह ऐसे ही जमीन पर पड़े रहे. उनकी लाचार पत्नी भी उन्हें नहीं उठा पाईं. काफी देर तक वह वहीं पर रोती-चिल्लाती और गुहार लगाती रही.
जब मामले का वीडियो वायरल होकर मीडिया तक पहुंचा तो इसकी खबर ली गई, उसके बाद सिस्टम की नींद खुली और उन्हें एंबुलेंस से मरीज को घर भेज दिया. इस मामले में बुजुर्ग अर्जुन ओझा की पत्नी शांति देवी ने बताया कि उनका बेटा हाई स्कूल में टीचर है लेकिन उनकी देखभाल नहीं करता है. अर्जुन ओझा को सर्दी बुखार था जो ठीक हो गया था, लेकिन उन्हें काफी कमजोरी है. इस मामले में सदर अस्पताल के हॉस्पिटल मैनेजर प्रवीण कुमार ने कहा कि इस बुजुर्ग दंपति को इलाज कराने के नाम पर इनका बेटा सदर अस्पताल लाया और यहां छोड़कर गायब हो गया. बीमार और लाचार होने के कारण बुजुर्ग जमीन पर गिर गए. बुजुर्ग की पत्नी ने पूछने पर उनको घर ले जाने की इच्छा जताई, इसलिए उन्हें एंबुलेंस से घर भेज दिया गया है