यात्री स्टेशन पहुंचकर बस व ट्रेन का इंतजार करते हैं, लेकिन बिहार में करीब 150 लोगों को सड़क पर ड्राइवर और खलासी का इंतजार करना पड़ा है। दरअसल, अररिया से लुधियाना के लिए एक बस शनिवार को रवाना हुई।
बस पर 150 लोगों को सवार थे। हरियाणा की बस (एचआर 38वाई 4446) जैसे ही बस सुपौल पहुंची, ड्राइवर व खलासी ने शहर के ब्रह्म स्थान चौक पर बस को रोका और फरार हो गए। बताया जा रहा है कि घटना का कारण दलाल को कमीशन देने का विवाद है।
एक हरियाणा नंबर की बस (एचआर 38 वाइ 4446) में अररिया से लुधियाना ले जाने के लिए 150 यात्रियों को शनिवार रात को बिठा लिया गया। सभी यात्रियों से किराया भी वसूला गया। बाद में बस के ड्राइवर व खलासी ने सुपौल जिला मुख्यालय के ब्रह्म स्थान चौक के पास बस लगा दी व दोनों फरार हो गए। इस कारण यात्री हलकान रहे।
इस दौरान बस में बैठे सभी यात्री रतजगा करने को मजबूर हुए। ये पूरी रात ड्राइवर व खलासी को खोजने की कोशिश करते रहे। सुबह तक सभी यात्री परेशान रहे। लोगों का कहना था कि हर व्यक्ति से 1300-1300 रुपये भाड़ा लिया गया है। सीट से अधिक यात्रियों को भी बस में सवार कर लिया गया। बावजूद, लुधियाना की जगह बस को सुपौल में लगा दिया गया।
यात्रियों ने बताया कि इसकी सूचना सदर थाना पुलिस को भी रात में दी गई थी। सदर थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर यात्रियों से पूछताछ की और वापस लौट गई। लोग कह रहे थे कि दलाल को कमीशन नहीं देने के कारण ड्राइवर व खलासी बस लगाकर फरार हो गए। इस बीच किसी ने बस मालिक को इसकी सूचना दी। इसके बाद बस मालिक ने वैकल्पिक व्यवस्था कर दूसरी बस से यात्रियों को लुधियाना भेजा।
कहा जा रहा है कि एनएच 57 से यह बस लधुनिया की ओर जा रही थी। सुपौल के सरायगढ़ पहुंचने पर मार्ग को बदल दिया। चालक बस लेकर सुपौल की पहुंच गया। वहां से चालक और खलासी बस से नीचे उतरे और फरार हो गए। शनिवार को रात भर सभी यात्री बस में ही रहे। बस पर 150 सवारी मौजूद थे। यात्रियों ने बताया कि अररिया से वे लोग चढ़े थे। सभी को लुधियाना जाना था।