मुजफ्फरपुर। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से जिले में 65 केंद्रों पर चल रही इंटर की परीक्षा में पहले तीन दिनों में एक हजार से अधिक परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे हैं। गणित में 560, हिदी में 193, भौतिकी में 252, अंग्रेजी में 525, रसायनशास्त्र में 254 और भूगोल में 276 परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी।
भौतिकी और रसायनशास्त्र की परीक्षा में अनुपस्थित अधिकतर विद्यार्थी गणित में भी उपस्थित नहीं थे। तीसरे दिन गुरुवार को पहली पाली में रसायनशास्त्र की परीक्षा हुई। वहीं दूसरी पाली में विद्यार्थियों ने भूगोल की परीक्षा दी। दोनों विषयों में परीक्षार्थियों की संख्या अन्य दिनों से कम थी। सुबह में कोहरा होने के बाद भी परीक्षार्थी समय से पूर्व केंद्रों पर पहुंच गए थे। पहली पाली के बाद परीक्षा देकर निकले रोशन, शुभम, रंजना कुमारी आदि ने बताया कि प्रश्न तैयारी के अनुसार ही पूछे गए थे। वस्तुनिष्ठ में कुछ प्रश्न कठिन थे, लेकिन दोगुना विकल्प मिलने के कारण परेशानी नहीं हुई।
डीईओ अब्दुस सलाम अंसारी ने बताया कि एक दर्जन से अधिक परीक्षा केंद्रों का औचक निरीक्षण किया गया। इस दौरान किसी भी केंद्र से किसी प्रकार की शिकायत नहीं मिली। कहा कि अबतक तीन दिनों में किसी भी केंद्र से परीक्षार्थी निष्कासित नहीं किए गए हैं। 12 वीक्षकों ने बीबी कालेजिएट में नहीं दिया योगदान मोतीझील स्थित बीबी कालेजिएट में इंटर की परीक्षा में 12 वीक्षकों ने योगदान नहीं दिया। प्राचार्य सुनील कुमार राय ने इन वीक्षकों की सूची डीईओ को भेजा। बताया कि निर्धारित तिथि तक इन वीक्षकों ने योगदान नहीं दिया। इस कारण परेशानी हुई। डीईओ ने कहा कि योगदान न करने वाले शिक्षकों के वेतन की कटौती की जाएगी। इधर, इंद्रप्रस्थ स्कूल के प्रधानाध्यापक ने केंद्राधीक्षक पर परिसर में चल रहे निर्माण कार्य के दौरान कर्मियों को धमकाने का आरोप लगाया। प्रधानाध्यापक ने डीईओ को बताया कि परीक्षा भवन से इतर निर्माण कार्य चल रहा है। इसके बाद भी वहां के कर्मियों को केंद्राधीक्षक धमका रहीं हैं।