दरभंगा। जिले के बहादुरपुर, दरभंगा सदर, बहेरी, अलीनगर और कुशेश्वरस्थान के साथ ही गौड़ाबौराम प्रखंड तक की पंचायतों में शिक्षक नियोजन में बदमाशों का जाल है। गौड़ाबौराम की कई पंचायतों में अवैध रूप से नियोजित शिक्षक स्कूलों में पदस्थापन कर सरकारी राजस्व से ठगी कर रहे हैं। इनकी संख्या मंसरा और बगरासी पंचायतों में अधिक है। आधा दर्जन से अधिक प्रखंडों की तीन दर्जन पंचायतों में अपीलीय प्राधिकारी के आदेश की आड़ में अवैध शिक्षक नियोजन के खेल में बड़े लोग शामिल हैं।
जानकारों का कहना है कि इसमें प्रधानाध्यापक, पंचायत सचिव मुखिया, प्रखंड शिक्षा अधिकारी ही नहीं कुछ बड़े लोग भी शामिल हैं। सदर प्रखंड के शिक्षा अधिकारी राम उदय महतो के कार्यालय से 8 मार्च 2021 को जारी आदेश पत्र में तत्कालीन जिला कार्यक्रम अधिकारी को आदेश का हवाला दिया गया है। सदर प्रखंड का मामला इस वजह से सुर्खियों में है कि लोगों ने अवैध प्लानिंग की शिकायत बीजेपी के नगर विधायक संजय सरावगी से फील्ड विजिट के दौरान सबूतों के साथ की थी। विधायक ने अवैध शिक्षक नियोजन के इस भीषण धंधे से जिला अधिकारी को अवगत कराया। उन्होंने पूरे गोरख कारोबार की जांच के लिए तत्काल उप विकास आयुक्त के साथ मिलकर जांच कमेटी गठित की है। सबकी निगाहें कमेटी की रिपोर्ट पर टिकी हैं। बताया जाता है कि कमेटी सदर प्रखंड ही नहीं, बहादुरपुर व बहेरी सहित गौड़ाबौराम के मंसौरा व अघरसी सहित अन्य प्रखंडों की पंचायतों में अवैध शिक्षक नियोजन की जांच करेगी. कमेटी यह भी देखेगी कि इसमें शामिल अधिकारी, कर्मचारी कौन हैं।
इस बारे में पूछे जाने पर संस्था के जिला कार्यक्रम अधिकारी विजय चंद भगत ने खुद बताया है कि वह इस घिनौने धंधे से अनजान हैं। कहा कि कुछ अभ्यर्थियों ने प्राधिकार के आदेश संलग्न कर सदर प्रखंड में रोजगार के लिए आवेदन किया था. वही आवेदन नियमानुसार कार्रवाई के लिए सदर प्रखंड शिक्षा अधिकारी को अग्रेषित किया गया था।