बिहार में स्‍मार्ट मीटर ने बिजली कंपनी को किया मालामाल, राजस्‍व में आया इतना बड़ा उछाल

पटना, राज्य । बिहार में स्मार्ट प्री-पेड मीटर ने बिजली कंपनी के राजस्व संग्रह के ग्राफ को जनवरी में ही बढ़ा दिया है। बिजली कंपनी के आला अधिकारियों का कहना है कि इसकी बड़ी वजह यह है कि स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगने से बकाये का झंझट कम हो रहा। जनवरी में ही पिछले वर्ष की तुलना में राजस्व की बढ़ोतरी 30 प्रतिशत है। यह आंकड़ा और आगे जाएगा, जबकि स्थिति यह रही कि कोरोना के कारण दो बार बड़े व्यापारिक प्रतिष्ठानों की बिजली खपत कम हुई।

इस तरह दुरुस्त हो रहा राजस्व खाता

बिजली कंपनी के आला अधिकारियों का कहना है कि स्मार्ट प्री-पेड मीटर का असर कुछ इस तरह से समझा जा सकता है। पटना के आशियाना नगर डिवीजन में स्मार्ट प्री-पेड मीटर सभी जगहों पर लग गया है। सौ फीसद स्मार्ट प्री-पेड मीटर वाले इस डिवीजन में राजस्व संग्रह सौ फीसद से अधिक है। इसी तर्ज पर जहां-जहां स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगा है, वहां राजस्व संग्रह बहुत बढिय़ा है।

Whatsapp Group Join
Telegram channel Join

उत्तर बिहार में 1.75 लाख, बाकी स्मार्ट प्री-पेड मीटर दक्षिण बिहार में

स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगाए जाने की गति जैसे-जैसे बढ़ेगी वैसे-वैसे राजस्व का मामला भी बढऩा तय है। एक आंकड़े के अनुसार 2020-21 में केवल एक लाख स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगाए गए थे। अद्यतन स्थिति यह है कि अब तक 4.5 लाख स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगाए जा चुके हैं। इसमें 1.75 लाख स्मार्ट प्री-पेड मीटर उत्तर बिहार में तथा शेष दक्षिण बिहार में लगे हैं।

  • स्मार्ट प्री-पेड मीटर ने बढ़ाया बिजली कंपनी का राजस्व
  • 2020-21 में एक लाख थी स्मार्ट प्री-पेड मीटर की संख्या
  • 2021-22 तक 4.5 लाख घरों में लग गए नए मीटर
  • 12 लाख नए उपभोक्ता भी जुड़े बिजली कंपनी के साथ

12 लाख उपभोक्ता बढऩा भी एक फैक्टर

बिजली कंपनी के राजस्व संग्रह में बढ़ोतरी का एक फैक्टर यह भी है कि पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में वर्तमान वित्तीय वर्ष में उपभोक्ताओं की संख्या 12 लाख बढ़ गई है। इनसे मिले राजस्व ने भी ग्राफ को बढ़ाया है।