किसी भी तरह का लोन लेते समय, आपको लोन देने वाली कंपनी द्वारा तय की गई कुछ शर्तों को पूरा करना होगा. सामान्य तौर पर, वे आपके क्रेडिट प्रोफ़ाइल के साथ-साथ आपकी आमदनी के साधन पर भी गौर करेंगे. इसमें क्रेडिट प्रोफ़ाइल बेहद अहम है जो आपकी आर्थिक स्थिति के बारे में बताता है.
किसी भी तरह का लोन लेते समय, आपको लोन देने वाली कंपनी द्वारा तय की गई कुछ शर्तों को पूरा करना होगा. सामान्य तौर पर, वे आपके क्रेडिट प्रोफ़ाइल के साथ-साथ आपकी आमदनी के साधन पर भी गौर करेंगे. इसमें क्रेडिट प्रोफ़ाइल बेहद अहम है जो आपकी आर्थिक स्थिति के बारे में बताता है. इसी वजह से आपके लिए CIBIL स्कोर का मतलाब जानने के साथ- साथ यह जानना भी बेहद जरूरी है कि, किस तरह अपने क्रेडिट स्कोर को अच्छे स्तर पर बरकरार रखा जाए. लोन देने वाली कंपनियां आपकी क्रेडिट इन्फॉर्मेशन रिपोर्ट (CIR) और CIBIL स्कोर के आधार पर यह पता लगाती है कि ग्राहक लोन पाने के योग्य हैं या नहीं, और खराब स्कोर परेशानी का सबब बन सकता है.
सामान्य तौर पर, लगभग किसी भी तरह के लोन पाने की शर्तों पर खरा उतरने के लिए आपका CIBIL स्कोर कम-से-कम 650 होना चाहिए. हालांकि, लोन देने वाली कंपनियां ऐसे ग्राहकों को बड़ी आसानी से और किफायती लोन प्रदान करती हैं, जिनका CIBIL स्कोर 750 या उससे ज्यादा होता है. अच्छा या शानदार स्कोर बनाने के लिए भरपूर कोशिश और सच्ची लगन की जरूरत होती है, क्योंकि कुछ ही हफ्तों में ऐसा कर पाना संभव ही नहीं है. इसके अलावा, एक बार शानदार CIBIL स्कोर हासिल करने के बाद इसे बरकरार रखने पर ध्यान देना भी जरूरी होता है. शानदार CIBIL स्कोर को बरकरार रखने के कुछ आसान एवं कारगर तरीके नीचे दिए गए हैं, जिनसे आपको काफी मदद मिलेगी.
अपने क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्यो का ध्यान रखें अपने CIBIL स्कोर को बनाए रखने का पहला नियम है कि आप अपने क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्यो का ध्यान रखें. यह आपके प्रोफ़ाइल को असाइन किए गए कुल रिवॉल्विंग क्रेडिट तथा आपके द्वारा उपयोग किए गए क्रेडिट का अनुपात है. उदाहरण के लिए, अगर आपकी कुल क्रेडिट लिमिट 1 लाख रुपये है और आपकी बकाया राशि 65,000 रुपये है, तो आपका क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्यो 65% है. यह प्रतिशत काफी अधिक है, क्योंकि आमतौर पर क्रेडिट एजेंसियां चाहती हैं कि आप 30% का रेश्यो बनाए रखें.
यह रेश्यो जितना कम होगा आपका प्रोफ़ाइल उतना ही बेहतर होगा, क्योंकि इससे पता चलता है कि आप क्रेडिट पर निर्भर नहीं हैं और इसे बड़ी अच्छी तरह से संभाल सकते हैं. दूसरी ओर, क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्यो अधिक होने का सीधा मतलब है कि आप क्रेडिट पर हद से ज्यादा निर्भर हैं, और इसका बुरा असर आपके स्कोर पर भी पड़ सकता है. इसलिए, क्रेडिट लेने से पहले अपनी CIBIL रिपोर्ट डाउनलोड करें और अच्छी तरह तसल्ली कर लें कि आपका क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्यो तय सीमा के भीतर हो.
नियत समय पर और पूरा भुगतान करें…कुछ ऐसी परिस्थितियां भी होती हैं, जब आप अपने लोन की रक़म को समय पर नहीं चुका पाते हैं. इसके कुछ सामान्य कारण नीचे दिए गए हैं:
स्टेटमेंट नहीं मिलना
लिंक किए गए बैंक अकाउंट में तब्दीली
आर्थिक परेशानियां
हालात चाहे जो भी हो, लोन की बकाया रक़म का समय पर भुगतान करना आपकी ही जिम्मेदारी है और अपने CIBIL स्कोर को बनाए रखने के लिए आपको ऐसा जरूर करना चाहिए. इन परिस्थितियों में ग्राहक आमतौर पर सिर्फ देय न्यूनतम राशि का भुगतान करते हैं, जो एक बड़ी भूल है. हालांकि, इस तरह CIBIL स्कोर पर पड़ने वाले बुरे असर को कम किया जा सकता है, लेकिन आपको बकाया रक़म का जल्द-से-जल्द भुगतान करने के लिए अपनी ओर से हर संभव कोशिश करनी चाहिए. बकाया रक़म आपकी प्रोफ़ाइल पर दिखाई देगी, जो अच्छी बात नहीं है और बकाया रक़म पूरी तरह से चुकाए जाने तक आपका स्कोर लगातार कम होता जाएगा.
साथ मिलकर लिए गए लोन खातों की नियमित रूप से जाँच करें अगर आपने किसी के साथ मिलकर लोन लिया है, तो उस पर लगातार नज़र बनाए रखें. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप ये भुगतान कर रहे हैं या नहीं, इसमें किसी भी तरह के डिफ़ॉल्ट के लिए आप भी समान रूप से जिम्मेदार हैं. क्रेडिट को अच्छी तरह नहीं संभालने से इससे जुड़े सभी लोगों की क्रेडिट रेटिंग पर बुरा असर पड़ता है. इसलिए, आपको हमेशा ध्यान रखना चाहिए कि क्रेडिट का भुगतान सही समय पर किया जाए. भुगतान नहीं करने से आपके CIBIL स्कोर पर भी काफी बुरा असर होगा और क्रेडिट पूरी तरह चुकाए जाने तक आपका स्कोर कम होता रहेगा.
एक कैलेंडर वर्ष में कम-से-कम तीन बार अपनी क्रेडिट हिस्ट्री पर नजर डालें सामान्य तौर पर कई वजहों से आपके CIR में दी गई जानकारी गलत हो सकती हैं. एक कारण यह हो सकता है कि, आपको लोन देने वाली कंपनी या क्रेडिट जारी करने वाले की ओर से समय पर क्रेडिट एजेंसियों को जानकारी नहीं दी गई हो, या गलत जानकारी भेजी गई हो. अगर लंबे समय तक आप इस पर ध्यान नहीं देंगे तो इससे आपका स्कोर कम होता रहेगा. इसलिए आपको समय-समय पर अपनी CIBIL SCORE REPORT डाउनलोड करनी चाहिए और उसका आकलन करना चाहिए. यह देखें कि सभी भुगतान सही ढंग से दर्ज किए गए हैं और सभी बंद खातों की रिपोर्ट भी सही तरीके से की गई है. अच्छा तो यही होगा कि आप हर 4 महीने में एक बार अपनी CIBIL रिपोर्ट की जांच करें, ताकि इसमें किसी भी तरह की गड़बड़ी को सही समय पर दूर किया जा सके.
कम समय के भीतर एक से ज्यादा क्रेडिट के लिए आवेदन करने से बचें नए क्रेडिट के लिए आवेदन करने पर, लोन देने वाली कंपनी आपके क्रेडिट प्रोफ़ाइल की सख्त जांच करेगी और जिसे आपकी रिपोर्ट के एन्क्वायरी वाले सेक्शन में दर्ज किया जाएगा. जब कोई वित्तीय संस्थान लोन देने का फैसला करने से पहले इस तरह की जांच करती है, तो कुछ समय के लिए आपके स्कोर में गिरावट आती है. इस तरह, एक से ज्यादा बार जांच से आपका इसको और भी कम हो जाएगा, जिससे बेहतर CIBIL स्कोर को बरकरार रखना मुश्किल हो जाएगा
इन चरणों का पालन करने से आपको अपना CIBIL स्कोर बनाए रखने और इसे लगातार बेहतर बनाने में मदद मिलेगी. याद रखें कि अधिकतम CIBIL स्कोर आपकी फाइनैंसियल प्रोफ़ाइल के लिए काफी मायने रखती है, फिर बात चाहे नया लोन लेने की हो या फिर एक्सक्लूसिव डील हासिल करने की बात हो. हालांकि आपका स्कोर लगातार बदलता रहता है, और आपको अपनी ओर से हरसंभव कोशिश करनी चाहिए कि यह कम न हो. इस पर लगातार नजर रखने से आपको अपने क्रेडिट प्रोफाइल का बेहतर अंदाजा लगाने में मदद मिलती है, और आप इसमें ऐसी किसी भी गड़बड़ी का पता लगा सकते हैं जिन्हें दूर करना जरूरी है. बजाज फिनसर्व पर check your CIBIL score for free (अपने CIBIL स्कोर की मुफ्त जांच) ऐसा करने का एक आसान तरीका है.
आप केवल 3 चरणों वाले इस आसान प्रक्रिया को कुछ ही मिनटों में पूरा कर सकते हैं. बस अपनी जानकारी दर्ज करें, अपनी पहचान का वेरिफिकेशन करें और अपनी रिपोर्ट देखें. इस तरह से जांच करने से आपके CIBIL स्कोर पर कोई असर नहीं पड़ता है. इसलिए CIBIL रिपोर्ट डाउनलोड करें और किसी रोक-टोक के बिना अपनी प्रोफ़ाइल की अच्छी तरह जांच करें.