आईडी कार्ड की फोटो कॉपी करते समय सावधानी बरतने की जरूरत है। ऐसा भी हो सकता है कि फोटो कॉपी करने वाला दुकानदार इसकी एक प्रति अपने पास रखता है और असामाजिक तत्वों के हाथों में दे देता है। तब इसका दुरुपयोग हो सकता है।
राजधानी पटना के पत्रकार नगर थाने की पुलिस ने गिरोह के दो लोगों को गिरफ्तार किया है जो लोगों के खाते से पैसे उड़ा रहे थे। उन्होंने ये चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। पकड़े गए आरोपियों ने पुलिस को बताया है कि वे कुछ दुकानदारों को साथ रखते थे, जिन्होंने साथ में फोटो खिंचवाई थी। यदि कोई छात्र या छात्रा अपने आधार कार्ड की प्रतिलिपि प्राप्त करता था, तो एक पन्ना दुकानदार इन धोखेबाजों के लिए रखता था। विशेष रूप से, आधार कार्ड और वोटर आईडी कार्ड दुकानदारों को सौंप दिए गए थे। फिर, उसके माध्यम से जालसाज विभिन्न बैंकों में खाते खुलवा लेते थे। उन खातों में भी, जालसाजी की राशि स्थानांतरित की गई थी। जिस खाते में पैसा ट्रांसफर किया गया था, उसका पता लगाने के बाद भी पुलिस असली आरोपियों तक नहीं पहुंच पाई।
जालसाजों के बैंक खातों की जांच की जाएगी
पत्रकार नगर थानाध्यक्ष मंजर भारती ने कहा कि पुलिस धोखाधड़ी करने वालों के बैंक खातों की भी जांच करेगी। ये लोग पहले खाते से पैसे निकालकर फर्जी खातों में ट्रांसफर करते थे। इसके बाद, वह एटीएम से पैसे निकालता था और उसे अपने खाते में जमा करता था। पुलिस को संदेह है कि खातों की जाँच के दौरान नई चीजें सामने आ सकती हैं। अकाउंट स्टेटमेंट से यह पता चल जाएगा कि अब तक इन थिएटरों ने कितना पैसा कमाया है।