IAS Pooja Singhal Arrested: आइएएस पूजा सिंघल की गिरफ्तारी के मायने… 10 आसान प्‍वाइंट्स में समझें

IAS Pooja Singhal Arrested: भ्रष्‍टाचार की संगीन आरोपों में घिरीं झारखंड की आइएएस अधिकारी पूजा सिंघल को प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार कर लिया है। दो दिनों की कड़ी पूछताछ के बाद ईडी ने बुधवार को पूजा सिंघल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की। पूजा को कोर्ट में पेश किया गया है।

 भ्रष्‍टाचार की संगीन आरोपों में घिरीं झारखंड की आइएएस अधिकारी पूजा सिंघल को प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार कर लिया है। दो दिनों की कड़ी पूछताछ के बाद ईडी ने बुधवार को पूजा सिंघल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की। पूजा को गिरफ्तारी के बाद रांची की ईडी विशेष अदालत में पेश किया गया है। इससे पहले ईडी ने उनपर भ्रष्‍टाचार के कई गंभीर मामलों में लगातार दो दिनों तक कड़ी पूछताछ की।

इधर भाजपा सांसद निशिकांत दूबे ने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा है कि झारखंड के मुख्‍यमंत्री हेमंत सोरेन की करीबी आइएएस पूजा सिंघल की गिरफ्तारी के बाद अब ईडी की जांच हेमंत सोरेन तक पहुंचेगी। इस मामले में जल्‍द की और बड़े खुलासे होंगे। राज्‍य सरकार ने पूजा सिंघल की गिरफ्तारी की पुष्टि के बाद उन्‍हें सस्‍पेंड कर दिया है। कार्मिक विभाग ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी है।

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 आइएएस पूजा सिंघल की गिरफ्तारी के बाद भाजपा सांसद ने ट्विटर पर लिखा- काले धन की मैया पूजा सिंघल IAS को ED ने आज रांची में गिरफ्तार कर लिया है। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इन्हें माइनिंग व उद्योग विभाग लूटने के लिए दिया था। सूचना अनुसार पूजा सिंघल ने ईडी की पूछताछ में पैसे के खेल में राजनेता की भूमिका का भी खुलासा किया है। बहरहाल पूजा सिंघल की गिरफ्तारी के बाद अब झारखंड में सियासी तपिश बढ़ गई है।

झामुमो और भाजपा आमने-सामने है। इस बीच हेमंत सोरेन ने कहा है कि पूजा सिंघल को मनरेगा घोटाले के मामले में क्‍लीन चिट देने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी। भाजपा को निशाने पर लेते हुए हेमंत ने कहा कि बीजेपी का हाल चोर मचाए शोर जैसा है। पूर्व मुख्‍यमंत्री रघुवर दास के कार्यकाल में पूजा सिंघल को आखिर किस आधार पर छोड़ा गया? उन पर कार्रवाई क्‍यों नहीं हुई।

 भ्रष्‍टाचार के मामले में झारखंड की आइएएस पूजा सिंघल गिरफ्तार…प्रवर्तन निदेशालय ने दो दिनों की लंबी पूछताछ के बाद झारखंड की आइएएस पूजा सिंघल को गिरफ्तार कर लिया है। पूजा सिंघल को मेडिकल जांच के बाद ईडी की विशेष अदालत में प्रस्तुत किया जाएगा, जहां ईडी के अधिकारी उन्हें रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट से आग्रह करेंगे।

पूजा सिंघल के पति अभिषेक झा की भी गिरफ्तारी जल्द होने की संभावना है। उनसे ईडी की पूछताछ आज तीसरे दिन भी जारी है। रांची में उनका पल्‍स हॉस्पिटल ईडी के निशाने पर है। जहां से करोड़ों रुपये निवेश के दस्‍तावेज ईडी के हाथ लगे हैं।

झारखंड की खान सह उद्योग सचिव पूजा सिंघल को गिरफ्तार करने की ईडी ने अधिकारिक पुष्टि कर दी है। प्रवर्तन निदेशालय अब पूजा को कोर्ट में पेश कर आगे की पूछताछ के लिए अदालत से रिमांड की मांग कर सकता है। पूजा सिंघल को स्‍वास्‍थ्‍य जांच के लिए अस्‍पताल ले जाया गया है।

ईडी ने पूजा सिंघल की गिरफ्तारी मनरेगा घोटाले में संलिप्तता सहित भ्रष्टाचार से संबंधित अन्य मामलों में मनी लांड्रिंग के तहत की है। ईडी को झारखंड हाई कोर्ट ने जांच का आदेश दिया था।

इससे पहले देशभर के 5 राज्‍यों में आइएएस पूजा सिंघल के 25 ठिकानों पर ईडी ने एकसाथ छापेमारी की थी। करीब 20 करोड़ कैश बरामद होने के साथ यहां से 150 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति का पता चला था। इसके अलावा ईडी के हाथ एक गोपनीय डायरी भी लगी है। जिसमें कई रसूखदारों के नाम और नंबर दर्ज हैं। जिसकी जांच चल रही है।

पूजा सिंघल प्रकरण में गत सात मई को पूजा सिंघल के चार्टर्ड अकाउंटेंट सुमन सिंह की गिरफ्तारी हुई थी, जिसे ईडी ने आठ मई से पांच दिनों के रिमांड पर लिया था। सुमन सिंह अभी ईडी के रिमांड पर है। उसके घर से

खूंटी के बहुचर्चित 18.06 करोड़ रुपये के मनरेगा घोटाले में मनी लांड्रिंग के तहत जांच कर रही ईडी की टीम को आइएएस अधिकारी पूजा सिंघल के पूरे कार्यकाल के दौरान करोड़ों रुपये की हेराफेरी के मामले की जानकारी मिली थी।

छानबीन में इस बात की भी पुष्टि हो चुकी है कि पूजा सिंघल ने विभिन्न जिलों में उपायुक्त रहते हुए 1.43 करोड़ रुपये अपने व अपने पति के खाते में मंगवाया था। पूजा सिंघल ने अपने निजी खाते से अपने चार्टर्ड अकाउंटेंट सुमन सिंह के खाते में 16.57 लाख रुपये ट्रांसफर किया था।

चार्टर्ड अकाउंटेंट सुमन सिंह के यहां छह मई को ईडी ने छापेमारी के वक्त 19.31 करोड़ रुपये नकदी बरामद किया था, तब नोट गिनने की तीन मशीनें ईडी को मंगानी पड़ी थी।

पूजा सिंघल पर अपने काले धन को शेल कंपनियों के माध्यम से खपाने का आरोप है। ईडी को ऐसे 20 से अधिक शेल कंपनियों के बारे में भी जानकारी मिली है, जिसकी प्रारंभिक छानबीन में कई करोड़ रुपये की हेराफरी की पुष्टि हुई है।