खगड़िया । खगड़िया में इस बार की गंगा की बाढ़ ने 50 साल का रिकार्ड तोड़ दिया है। इस वर्ष की गंगा की बाढ़ ने गोगरी-नारायणपुर तटबंध के 50-51 किलोमीटर पर अवस्थित खारा धार स्लूईस के पास नया उच्चतम बाढ़ जल स्तर (हाई फ्लड लेवल) बना दिया है।
खगड़िया-भागलपुर की सीमा पर खारा धार स्लूईस गेट के पास गंगा के पानी को मापा जाता है। वहां का एचएफएल पहले 36.18 था। अब वह बढ़कर नया एचएफएल 36.34 हो गया है। इससे पहले 2011 में एचएफएल 35.51, 2013 में 35.83 व 2016 में 36.18 था। खारा धारा स्लूईस गेट का निर्माण 1972 में हुआ है। यहां के गेज रीडर शंकर प्रसाद साह कहते हैं- जब स्लूईस गेट बना उस समय का उच्चतम जलस्तर 35.35 था। उस हिसाब से अब तक उच्चतम जलस्तर में 99 सेमी की वृद्धि हुई है। और इसमें 2021 में भारी तबाही मची।
यहां स्टार्टिंग गेज 31.08 और डेंजर लेवल 34.07 है।
खैर, उच्चतम जलस्तर का 50 वर्ष का रिकार्ड टूटने से इस वर्ष गंगा की बाढ़ की विभीषिका का सहज अंदाजा लग सकता है। फिलहाल गंगा एचएफएल से नीचे आ गई है, परंतु खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। सोमवार को गंगा का जलस्तर 35.21 मीटर रहा। गंगा अभी भी खतरे के निशान से एक मीटर 14 सेमी ऊपर बह रही है। संतोष की बात यह है कि गंगा की टेंडेंसी लगातार घटने की है। बीते 24 घंटे में जलस्तर में 27 सेमी की कमी आई है। कोट
इस वर्ष गंगा ने 50 साल पुराने सभी रिकार्ड तोड़ दिए। 2021 से पहले 2016 में गंगा में सर्वाधिक पानी आया था। उस समय खारा धार स्लूईस के पास गंगा का जलस्तर 36.18 मापी गई थी। इससे 16 सेमी अधिक 2021 का जलस्तर रहा।
अमर कुमार सिंह, कार्यपालक अभियंता, बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल-एक, खगड़िया। कोट
गंगा के जलस्तर का खगड़िया में नया रिकार्ड बना है। खारा धार स्लूईस बहुत पुराना हो गया है। यह ईंट का बना हुआ है। अब इसे तोड़कर आरसीसी (छड़-सिमेंट) का बनाया जाएगा। इसको लेकर प्रस्ताव भेजा जाएगा।
सत्यजीत, अधीक्षण अभियंता, बाढ़ नियंत्रण अंचल, खगड़िया।