बुधवार की सुबह पूर्वी यूपी से लेकर बिहार और झारखंड में मौसम का मिजाज अचानक बदल गया। कहीं झमाझम तो कहीं रिमझिम बारिश हुई। बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हुई। ओलावृष्टि से किसानों की फसलों को भारी नुकसान हुआ है। यूपी में गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ और बलिया में बारिश हुई।
बिहार में पटना समेत लगभग सभी जिलों में बारिश हुई है। इसी तरह झारखंड के लगभग सभी इलाकों में जमकर बारिश हुई। इस दौरान रांची, लातेहार, हजारीबाग, कोडरमा समेत कई इलाकों में ओले भी गिरे। बारिश के साथ ओले गिरने से जहां ठंड में इजाफा हुआ है वहीं फसलों को भी काफी नुकसान पहुंचा है।
झारखंड में साइक्लोनिक सरकुलेशन के प्रभाव से बुधवार को लगभग पूरे राज्य में बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार सबसे ज्यादा बारिश सिमडेगा में हुई। यहां 43.4 मिमी बारिश रिकार्ड की गई। वहीं कोडरमा में 38.2, जमशेदपुर में 21.8, चक्रधरपुर में 21.2, चाईबासा में 17.2 और खूंटी में ृ-ृ में 11.5 बारिश हुई। इसके अलावा रांची, रामगढ़, बरही, हजारीबाग, गुमला, लोहरदगा, देवघर, धनबाद और बोकारो में भी हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश हुई।
मौसम पूर्वानुमान में कहा गया है है कि गुरुवार को भी राज्य के कुछ इलाकों में बारिश होगी। पिछले तीन दिन से आसमान में बादल छाए रहने की वजह से रांची, जमशेदपुर, डालटनगंज, बोकारो , चाईबासा के अधिकतम तामपान में5.4 डिग्री तक की गिरावट आई है। इससे कनकनी बढ़ गई है।
फसलों को नुकासान : जिन इलाकों में ओलावृष्टि हुई वहां खेतों में खड़ी सरसो, मटर, आलू और सब्जी की फसलों को काफी नुकसान हुआ है। वहीं गेहूं की फसल को इससे फायदे की बात कृषि वैज्ञानिक कर रहे हैं। सिमडेगा में सबसे ज्यादा 43.4 मिमी बारिश हुई।
बिहार में औरंगाबाद जिले के विभिन्न हिस्सों में बारिश के साथ पड़े ओलों के कारण सड़क पर सफेद चादर बिछ गई। देव, अम्बा और मदनपुर में जमकर ओलावृष्टि हुई। काफी समय तक यहां ओले पड़े। इस वजह से कुछ देर के लिए भगदड़ मच गई। ओलावृष्टि होने के दौरान तेज आवाज हुई जिससे लोग सहम गए।
देव सूर्य मंदिर से लेकर आस-पास के बड़े हिस्से में यह ओलावृष्टि हुई है। इसके कारण काफी नुकसान भी हुआ है। ओलावृष्टि के बाद लगभग एक फीट तक इसका ढेर लग गया। मंदिर के आस-पास तो कई फीट ओले पड़े हुए थे। स्थानीय लोग भी इस तरह की ओलावृष्टि देखकर हैरत में पड़ गए।
आरा में भोजपुर के सहार इलाके में काफी ओले पड़े। सासाराम में दावथ व कोचस प्रखंड में बुधवार की दोपहर में बारिश और ओलावृष्टि से रबी फसल को काफी नुकसान पहुंचा है। इसको लेकर किसानों की परेशानी बढ़ गई है। किसानों ने बताया कि अचानक बदले मौसम के कारण रबी, दलहन, तोरी, मटर, मसूर, आलू, सहित रबी फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। हलांकि जिले के अन्य प्रखंडों में बारिश नहीं हुई है।
बेतिया में पुरुषोत्तमपुर थाना क्षेत्र के परसा गांव से पूरब सरेह में ठनका गिरने से महिला की मौत हो गई। दो मजदूर घायल हो गए। घायल मजदूर मुकेश महतो और दीपक बैठा गांव से पूरब सरेह में ट्रैक्टर पर गन्ना लोड कर रहे थे। इसी दौरान ठनका उनके शरीर पर गिर गया जो गंभीर रूप से घायल हो गये। दोनों घायलों का स्थानीय स्तर पर इलाज चल रहा है। जबकि परसा गांव के ही विश्वनाथ साह की पत्नी कलावती देवी(55) की ठनका की आवाज से मौत हो गयी है। घटना को लेकर गांव में शौक का माहौल है।
वैशाली जिले के बिदुपुर के बाजितपुर सैदात पंचायत के गोविंदपुर निवासी शेखर सिंह के ऊपर ठनका गिरने से मौत, घटना तब हुई जब वे पलानी में सोए थे, परिजनों ने घटना के संबंध में पुलिस को सूचना दी है।
Source-hindustan