दिल्ली व हरियाणा में फिर भीषण गर्मी, कल से आसपास के राज्यों में भी लू का अनुमान

पिछले कुछ दिनों से हिसार और नारनौल प्रदेश में सबसे गर्म हैं। इसको लेकर मौसम विज्ञानियों की एक अलग राय है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के विज्ञानी डा. शिवेन्द्र सिंह का कहना है कि भौगोलिक रूप से हिसार और नारनौल हरियाणा के ड्राई क्षेत्र में आते हैं।

यह एरिट जोन में आते हैं। यहां पथरीली भूमि है इस कारण से यहां तापमान अपने आप ही बढ़ जाता है। इसके साथ ही राजस्थान से सटे होने के कारण यहां तापमान अधिक ही रहता है। अक्सर चूरू के बाद नारनौल और हिसार में तापमान अधिक मिलता है।

इस बार तापमान ने मार्च व अप्रैल में गर्मी को लेकर अपने पुराने रिकार्ड को तोड़ा है। इस साल मार्च व अप्रैल में हमें जो गर्मी हरियाणा व पंजाब में देखने को मिली है वह हमारे लिए भी चाैकाने वाला विषय है। क्योंकि अक्सर मार्च अप्रैल में तापमान पश्चिमी विक्षोभों के आने से मोडरेट रहता है।

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मगर इस बार हमने देखा कि मई और जून जैसा तापमान यहां गया। यह दोनों राज्य कई वर्ष बाद मार्च अप्रैल में इतने गर्म हुए हैं। इसको लेकर आगे स्टडी भी होंगी कि मौसम का कृषि, इंसानों व पशुओं पर क्या प्रभाव पड़ा।

गर्मी बढ़ने का यह रहा कारण : असल में गर्मी बढ़ने का इस बार हमने कारण देखा कि यहां पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय नहीं हो पाए जिससे मौसम सूखा ही रहा। अब आने वाले पांच दिनों में गर्मी इसी प्रकार रहने की संभावना है। चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डा. मदन खिचड़ ने बताया ।

कि राज्य में आगामी पांच दिनों तक इसी प्रकार की गर्मी देखने को मिलने की संभावना है। जिससे दिन और रात्रि दोनों समय में तापमान में बढोतरी देखने को मिल सकती है। तापमान में बढ़ोतरी से वातावरण में अस्थिरता बनने से बीच-बीच में हल्के बादल व धूलभरी पश्चिमी हवाएं चलने की संभावना है।