सोनो (जमुई): किशोर और किशोरियों को कुपोषण और एनीमिया से बचाने के लिए सोमवार को किशोर स्वास्थ्य दिवस का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत यह आयोजन प्रखंड के चाननटांड़ स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय में किया गया।
इस मौके पर 10 से 19 वर्ष आयु वर्ग के किशोर और किशोरियों को उनके स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारी देकर उन्हें जागरूक किया गया। किशोर-किशोरियों को उनकी समस्याओं से निजात संबंधित जानकारी काउंसलर ने दी। कार्यक्रम की शुरुआत डा. नागेंद्र कुमार, आइडीएफ के मेराज खान ने संयुक्त रूप से किया। कार्यक्रम में आइडीएफ के मेराज खान ने बताया कि किशोरावस्था एक परिवर्तनशील वृद्धि तथा विकास की एक महत्वपूर्ण अवस्था होती है।
इस अवस्था में शारीरिक और मानसिक बदलाव बहुत तीव्रता से होता है। उन्होंने किशोरियों को एनीमिया, साप्ताहिक आयरन फोलिक एसिड पूरकता, हिसा मुक्त जीवन, मानसिक स्वास्थ्य आदि के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी। डा. नागेंद्र कुमार ने किशोर-किशोरियों को अपने क्षेत्र में किशोर-किशोरी के स्वास्थ्य व पोषण से जुड़े विषयों पर उन्हें जागरूक करने की बात कही। इस मौके पर तकरीबन पचास किशोर-किशोरियों की स्वास्थ्य जांच, वजन, लंबाई की जांच कर आयरन की नीली गोली, कैल्शियम, एल्बेंडाजोल के लाभ के बारे में विस्तृत रूप से बताया गया। परिचर्चा के बाद किशोरियों से इस बाबत प्रश्न पूछे गए व विजेता किशोरियों को प्रथम, द्वितीय, तृतीय व सांत्वना पुरस्कार दिया गया। स्वास्थ्य जांच के बाद किशोरियों को कैल्शियम की गोलियों सहित आवश्यक दवाइयां दी गई। इस मौके पर शिक्षक नंदन दास, विकास कुमार गुप्ता सहित आशा कार्यकर्ता और बड़ी संख्या में किशोर-किशोरी उपस्थित थे।