पूजन दर्शन के लिए कई शर्तें भी लगाई गई हैं। बाबा का मंदिर सुबह 6:00 बजे से संध्या 4:00 तक ही खुला रहेगा। यहां दर्शन के लिए रजिस्ट्रेशन और ई-पास अनिवार्य होगा। पास के बगैर मंदिर में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं को कोरोना प्रोटोकॉल का पूरा पालन करना होगा। मसलन मास्क, सामाजिक दूरी और सैनिटाइजर का प्रयोग अनिवार्य है।
18 साल से कम उम्र वालों को फिलहाल अनुमति नहीं
18 साल से कम उम्र के नागरिकों का प्रवेश फिलहाल नहीं होगा। दर्शन लिए पोर्टल पर श्रद्धालुओं को पहले रजिस्ट्रेशन कराना होगा। उसके आधार पर उन्हें ई-पास मिलेगा। श्रद्धालुओं को jharkhanddarshan.nic.in पर अपना रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य है। देवघर प्रशासन ने फिलहाल प्रति घंटे एक सौ लोगों के दर्शन का शेड्यूल तैयार कर लिया है। इसके आधार पर मंदिर के क्यू कांप्लेक्स से ही श्रद्धालुओं की कतार लगाई जा रही है। विधि व्यवस्था और कोरोना गाइड लाइन के पालन के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की भी तैनाती की गई।
देवघर डीसी की अपील
देवघर के डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने मंदिर के पंडा समाज और पुरोहितों से परिसर में विधि व्यवस्था और अन्य सुविधाओं को बहाल रखने में सहयोग की अपील की है। मंदिर खुल जाने से श्रद्धालुओं के अलावे पंडा समाज और स्थानीय दुकानदारों के बीच खुशी का माहौल है। मंदिर खोल देने के लिए सबने सरकार और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को धन्यवाद दिया है।