यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ को देखते हुए पूर्व-मध्य रेल क्षेत्र से चलने वाली दरभंगा-नई दिल्ली सहित तीन जोड़ी ट्रेनों में अस्थायी रूप से विभिन्न श्रेणियों के अतिरिक्त कोच लगाए जाएंगे।
पूर्व-मध्य रेल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी वीरेंद्र कुमार से मिली सूचना के मुताबिक इनमें दरभंगा के अलावा पटना, सहरसा से खुलने वाली ट्रेनें शामिल हैं।
-गाड़ी संख्या 02569/02570 दरभंगा-नई दिल्ली-दरभंगा क्लोन स्पेशल में वातानुकूलित तृतीय श्रेणी एवं शयनयान श्रेणी के क्रमश: एक-एक अतिरिक्त कोच लगेंगे। यह सुविधा दरभंगा से नई दिल्ली के लिए 12 से 30 जून तक तथा नई दिल्ली से दरभंगा के लिए 13 से एक जुलाई तक उपलब्ध रहेगी।
-गाड़ी संख्या 22353/22354 पटना-बानसवाड़ी-पटना हमसफर एक्सप्रेस में वातानुकूलित तृतीय श्रेणी का एक अतिरिक्त कोच लगेगा। यह सुविधा पटना से बानसवाड़ी के लिए 16 से 30 जून तक तथा बानसवाड़ी से पटना के लिए 19 जून से तीन जुलाई तक उपलब्ध रहेगी।
-गाड़ी संख्या 02563/02564 सहरसा-नई दिल्ली-सहरसा क्लोन स्पेशल में वातानुकूलित तृतीय श्रेणी एवं शयनयान श्रेणी के क्रमश: एक-एक अतिरिक्त कोच लगेंगे। यह सुविधा सहरसा से नई दिल्ली के लिए 12 से 30 जून तक तथा नई दिल्ली से सहरसा के लिए 13 जून से एक जुलाई तक उपलब्ध रहेगी।
रेलवे स्टेशन पर अपने बच्चों पर सतत निगरानी जरूरी : ट्रेन से यात्रा करने या रेलवे स्टेशन पर रुकने के दौरान अपने बच्चों पर सतत निगरानी रखने की जरूरत है। यात्रियों की भीड़ में बच्चों को सबसे अधिक परेशानी होती है। कई बार ट्रेन रुकने पर यात्री स्टेशन पर पानी के लेने उतर जाते हैं। बच्चे भी उनके पीछे-पीछे उतरने लगते हैं।
ऐसे में गिरने के साथ जान जाने और गुम होने का खतरा बन जाता है। इस तरह की घटना अक्सर होती हैं। रेलवे की ओर से समय-समय पर इसको लेकर यात्रियों को जागरूक भी किया जाता है। फिर भी यात्री अपने बच्चे को लेकर सतर्क नहीं पाते। अगर यात्री ध्यान रखेंगे तो बच्चों को किसी हादसे से काफी हद तक बचाया जा सकता है।
अगर सतर्कता होती तो शनिवार को मुजफ्फरपुर जंक्शन के यूटीएस हाल में बैगेज स्कैनर में पांच साल का बच्चा नहीं फंसता। हालांकि घुमंतू लोग अपने बच्चे पर अधिक ध्यान नहीं देत हैं। वे लोग रेलवे लाइन किनारे ही गुजर बसर कर लेते हैं। उनके बच्चे स्टेशन पर खाली बोतल चुनते हैं ओर बाजार में बेचकर पेट भरते हैं।
मुजफ्फरपुर जंक्शन के छह-सात और आठ नंबर प्लेटफार्म की पश्चिम दिशा में रेल किनारे कई घुमंतू लोग रह रहे हैं। आरपीएफ और जीआरपी के गश्ती दल को देख हट जाते हैं और जाने के साथ फिर चले आते हैं। ऐसे लोगों पर भी कार्रवाई की जरूरत है ताकि रेलवे स्टेशन पर किसी तरह के बवाल को रोका जा सके।