पांच बार विधायक रहे पूर्व मंत्री ने थामा जदयू का दामन, बोले-नीतीश कुमार का कोई विकल्प नहीं

पटना: पूर्व मंत्री मुनेश्वर चौधरी और पूर्व विधान परिषद सदस्य राजेश राम शुक्रवार को जदयू में शामिल हो गए। शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी और भवन निर्माण मंत्री डा. अशोक चौधरी ने दोनों को जदयू की सदस्यता दिलाई। शिक्षा मंत्री ने कहा कि जदयू आम राजनीतिक दल नहीं है। यह मिजाज है। इसके केंद्र में विकास है। इसलिए विकास चाहने वाले तमाम लोग जदयू से जुड़ रहे हैं। पूर्व मंत्री मुनेश्वर चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश के शासन में समाज के हर वर्ग को लाभ मिल रहा है। विकास की योजनाएं तेजी से चल रही हैं। समाज के दबे-कुचले लोगों को नीतीश कुमार की योजनाओं से लाभ मिल रहा है।

बिहार की तरक्की के लिए मिलना चाहिए सबका सहयोग

राज्य में नीतीश कुमार का कोई विकल्प नहीं है। राजेश राम ने कहा कि नीतीश कुमार की विकास योजनाओं पर केंद्र के अलावा कई राज्य सरकारें अमल कर रही हैं। बिहार की और तरक्की के लिए नीतीश कुमार को सबका सहयोग मिलना चाहिए। मिलन समारोह में जदयू के विधान पार्षद एवं उपाध्यक्ष संजय सिंह, वीरेंद्र नारायण यादव, पार्टी के प्रदेश पदाधिकारी डा. नवीन कुमार आर्य, अनिल कुमार, प्रवक्ता रणवीर नंदन, निखिल मंडल, अभिषेक झा, अरविंद निषाद के अलावा पार्टी के नेता नंदकिशोर कुशवाहा, वैद्यनाथ प्रसाद विकल, विशाल सिंह राठौर, दिनेश सिंह व अलताफ राजू मौजूद थे।

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जानें कौन हैं मुनेश्वर चौधरी

मुनेश्वर चौधरी सारण जिला के गड़खा सुरक्षित विधानसभा क्षेत्र से पांच बार विधायक रह चुके हैं। 1977 में जनता पार्टी के टिकट पर पहली बार मुनेश्वर चौधरी चुनाव जीते थे। दूसरी जीत 1990 में निर्दलीय के तौर पर हुई। 1995, 2000 और 2015 के चुनाव में उनकी जीत राजद उम्मीदवार की हैसियत से हुई। 2020 में राजद ने टिकट नहीं दिया। जन अधिकारी पार्टी से चुनाव लड़े। तीसरे स्थान पर रहे। चौधरी 2015 में नीतीश कैबिनेट में राजद कोटा से खनन मंत्री बने।

Source-jagran