मुजफ्फरपुर। पारू प्रखंड की कमलपुरा पंचायत के वार्ड संख्या एक से 15 तक में एक हजार से अधिक घरों में पानी घुस गया है। इससे महिलाओं को शौच गंभीर समस्या बन गई है। बाढ़ पीड़ितों की दुर्दशा देख पंचायत परामर्शी समिति के अध्यक्ष ललन कुमार दास ने निजी कोष से दो नावें उपलब्ध कराई हैं।
उधर परामर्श समिति की बैठक मे पंचायत की हालात पर विमर्श कर बाढ़ग्रस्त घोषित करने का प्रस्ताव पारित कर डीएम व सीओ को भेजा गया। कोई भी अधिकारी निरीक्षण करने भी नहीं जा पा रहे हैं। सौ से अधिक परिवार घर छोड़कर स्कूल व रोड किनारे जीवन यापन कर रहे हैं। रामनाथ सहनी, कविंदर सहनी ने बताया कि ललन कुमार दास ने वार्ड संख्या छह के छपड़िया टोला में एक हजार से अधिक फीट तक मिट्टी भराई कराकर मदद पहुंचाई है। सकल सहनी ने बताया कि वार्ड 13 में निजी खर्चे से जलनिकासी कार्य कराए गए। वार्ड 15 में राबिस डलवाया गया। इसके बाद भी हालत बेकाबू हैं। सरकारी स्तर पर सहयोग नही किया जा रहा है।
ललन कुमार दास ने बताया कि कमलपुरा चौक से मल्लाह टोली जाने वाली रोड पर ढाई से तीन फीट पानी चल रहा है। मठिया से नया टोला जाने वाली सड़क पर दो फीट से अधिक पानी है। जलमग्न कमलपुरा को बचाने के पंचायत के सभी वार्ड सदस्य, पूर्व के पराजित मुखिया प्रत्याशी, पंचायत समिति सदस्य एक साथ है। वहीं, जगह-जगह बाढ़ पीड़ितों राहत वितरण करने और बाढ़ग्रस्त पंचायत घोषित करने की माग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया।
उसती में तीन नावें कराईं उपलब्ध : उसती पंचायत के उसती सिंगाही गाव के बाढ़ पीड़ितों के आवागमन के लिए अंचल अधिकारी अनिल भूषण ने तीन नावें उपलब्ध कराई हैं। परामर्श समिति अध्यक्ष मंजू देवी ने बताया कि पाच नावों की माग की गई थी, लेकिन अभी तीन मिली हैं।