Flood In Bihar: पटना में बाढ़ का खतरा फिलहाल टला, गंगा का पानी उतार पर

पटना. उत्तर बिहार से गुजरने वाली नदियों में बूढ़ी गंडक और गंडक (Budhi Gandak and Gandak River) को छोड़कर अन्य नदियाँ उफान पर थीं. लेकिन गंगा अब स्थिर है और रविवार शाम से इसके बढ़ने की रफ्तार थम गई है. गगा का जलस्तर बक्सर में खतरे के स्तर से नीचे चला गया है. पटना के दीघाघाट, गांधीघाट (पटना) खतरे के निशान से ऊपर हैं लेकिन यहां भी जलस्तर घट रहा है. मोकामा के पास हाथीदाह (पटना) में भी यह घट रहा है, लेकिन यहां अभी भी नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.सोन व पुनपुन नदी का जल स्तर भी कम हो रहा है. इसके कारण पटना शहर में बाढ़ का पानी प्रवेश करने का खतरा फिलहाल टल गया है.

पिछले कुछ दिनों से गंगा नदी उफान पर थी. साथ ही सोन और पुनपुन नदियों में भी उफान था. पर अब गंगा का उफान थमता नजर आ रहा है. जानकारों के मुताबिक अगर अगले कुछ दिनों तक गंगा, सोन और पुनपुन इसी तरह का नियंत्रित रहीं तो बाढ़ से मिल जाएगी.

जल संसाधन विभाग के अनुसार गांधी घाट में जल स्तर 15 अगस्त को आठ सेंटीमीटर बढ़ कर 50.45 मीटर हो गया था. लेकिन सोमवार को यहां जल स्तर घट कर 50.34 मीटर हो चुका है. इस घाट पर भी जल स्तर नौ सेंटीमीटर घटा है. श्रीपालपुर में पुनपुन नदी का जल स्तर 24 घंटे में 52 सेंटीमीटर कम हो चुका है.

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सोन नदी में भी कई जगहों पर जल स्तर कम हुआ है. मनेर में जल स्तर घटकर 53.15 मीटर हो चुका है, जबकि रविवार को जल स्तर 53.42 मीटर था. सोमवार को जल स्तर 27 सेंटीमीटर कम हुआ है. दूसरी ओर भागलपुर जिले के इस्माइलपुर में रविवार को बांध टूटने से निचले इलाकों में बाढ़ आ गई.

मंगलवार को उत्तर-पूर्व बिहार और दक्षिण-पूर्व बिहार में अच्छी बारिश होने की संभावना है. वहीं, विशेष रूप से मधुबनी, भागलपुर और बांका में भारी बारिश की आशंका हैं. अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर-मध्य एवं उत्तर पूर्व के कई स्थानों पर हल्की से मध्यम स्तर की बारिश तो उत्तर-पश्चिम भाग के सीतामढ़ी, अररिया, किशनगंज, पूर्वी चंपारण के कुछ भागों में मेघ गर्जन के साथ भारी बारिश के आसार हैं.

Source-news 18