दरभंगा के ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में 10 करोड़ से अधिक की वित्तीय अनियमितता, इस तरह सामने आया मामला

ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. सुरेंद्र कुमार ङ्क्षसह के कार्यकाल ( वित्तीय वर्ष 2019) में 10 करोड़ से अधिक के भवन मिर्माण, सड़क निर्माण और जीर्णोद्धार कार्य में वित्तीय अनियमितता मिली है। इसका जिक्र राज्यपाल सचिवालय की त्रिस्तरीय जांच कमेटी की रिपोर्ट में है। इसके मद्देनजर राज्यपाल सचिवालय के सचिव राबर्ट एल चोंग्थू ने भवन निर्माण विभाग को पत्र लिखा है। कहा कि शिकायतकर्ता रोहित कुमार के आरोपों की जांच रिपोर्ट के आधार पर निर्माण कार्य संबंधित योजनाओं के क्रियान्वयन में हुई गड़बड़ी की जांच तकनीकी विशेषज्ञों से कराएं। वित्त विभाग (बिहार सरकार) के अपर मुख्य सचिव को लिखे पत्र में निर्माण कार्य संबंधित योजनाओं की विशेष आडिट करवाने का भी आग्रह किया है।

इन कार्यों में गड़बड़ी का आरोप :- नवनिर्मित परीक्षा भवन (गंडक हास्टल के सामने) सौंदर्यीकरण और मिट्टी भराई आदि के नाम पर फर्जी बिल बनाकर 70 लाख का भुगतान। बिहार राज्य शैक्षणिक आधारभूत संरचना विकास निगम पटना द्वारा निर्मित परीक्षा भवन को फिर से बनाने में दो करोड़ 53 लाख से अधिक का दुरुपयोग। पीजी गणित भवन के जीर्णोद्धार और भवन के चारों ओर पीसीसी सड़क का निर्माण, पीजी जंतु विज्ञान विभाग के भवन से नरगौना परिसर तक सड़क निर्माण, विवि भंडार गेट मुख्य सड़क से बागमती छात्रावास तक पीसीसी सड़क निर्माण, कर्मचारी आवास में शौचालय निर्माण, कर्मचारी आवास की मरम्मत, गंडक छात्रावास से मुख्य सड़क तक पीसीसी सड़क निर्माण, एनसीसी कार्यालय से संबंधित कार्य, पीजी बाटनी विभागीय भवन का जीर्णोद्धार, पीजी फिजिक्स विभागीय भवन का जीर्णोद्धार, पीजी जूलाजी विभाग भवन का जीर्णोद्धार, दूरस्थ शिक्षा निदेशालय मुख्य भवन का सौंदर्यीकरण, पीजी होम साइंस विभागीय भवन के निचली मंजिल के ऊपर प्रथम तल के निर्माण से संबंधित कार्य हैैं।

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