सोनपुर : सरकार की बंदिशों से बेखबर किसान अपने बैलों की जोडियां लेकर हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला के लोअर बैल बाजार पहुंच रहे हैं। यहां सुविधा के नाम पर न शुद्ध पेयजल है न ही रोशनी या शौचालय की व्यवस्था। बावजूद इसके बैलों की खरीद बिक्री के मद्देनजर किसानों का आगमन जारी है।
उधर, मेला क्षेत्र के निजी मकानों में तथा खुली भूमि पर विभिन्न प्रकार की वस्तुओं की अपनी दुकानें कारोबारी लगा रहे हैं। कारोबारियों के आ जाने से मेला ग्राउंड में चहल-पहल बढ़ गयी है। दुकानदारों को उम्मीद है कि कार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए यहां उमड़ने वाली भीड़ के बीच उनके गर्म वस्त्र तथा अन्य आवश्यकताओं की वस्तुओं की बिक्री भी होगी। दूसरी ओर मेला की ह्रदय स्थली माने जाने वाली सरकारी भूमि नखास में सन्नाटा पसरा हुआ है। हरिहर क्षेत्र मेला के लिए सरकार के स्तर पर कोई दिशा निर्देश जारी नहीं किए जाने से नखास की बंदोबस्ती नहीं की जा सकी। परिणाम स्वरूप नखास में सरकारी या गैर सरकारी प्रदर्शनी नहीं लगाई जा सकती। गाय बाजार तथा बड़े भू भाग में फैला घोड़ा बाजार भी सुनसान पड़ा हुआ है। अगर स्थिति सामान्य होती तो देवोत्थान से अब तक इस भूमि पर सैकड़ों की संख्या में बिक्री के लिए बिहार तथा उत्तर प्रदेश व राजस्थान आदि स्थानों से घोड़े आ चुके होते। स्थानीय तथा जिला प्रशासन का सारा फोकस कार्तिक पूर्णिमा स्नान की सुरक्षा को लेकर है। सुरक्षा के मद्देनजर जहां यहां अतिरिक्त पुलिस बल का आगमन हो रहा है। वहीं घाटों पर घेराबंदी तथा एसडीआरएफ टीम के गोताखोरों का इंतजाम भी किया जा रहा है।
दरियापुर के अकिलपुर से यहां अपने बालों को लेकर आए किसान छबीला राय ने बताया उन्हें मालूम नहीं था कि इस बार भी हरिहर क्षेत्र मेला नहीं लगेगा। उनके साथ वहां के अनेक किसान अपने-अपने बैल को लेकर आए हैं। उनकी शिकायत है कि वहां शुद्ध पेयजल रोशनी तथा शौचालय आदि का कोई व्यवस्था नहीं है। वे लोग कार्तिक पूर्णिमा स्नान के बाद ही यहां से अपने बैल के साथ वापस घर लौट जाएंगे। इस बीच उन्हें यह भी आशा है की ग्राहक आएंगे। उनके बैलों की बिक्री होगी।
– सुनसान पड़ा लोअर बैल बाजार इलाके में बढ़ी चहल पहल, सरकारी भूमि नखास के आसपास विरानगी
– कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान के लिए सुविधा बहाल करने में जुटा है प्रशासन