EPFO की बैठक में वित्तीय वर्ष 2021-21 के लिए ब्याज दर का फैसला कर लिया गया है। ईपीएफओ ने वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए लिए पीएफ की ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। शिमला में हुए ईपीएफओ के केंद्रीय न्यासी मंडल की बैठक में पीएफ की ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला लिया गया। यानी वित्तीय वर्ष 2020-21 में पीएफ अंशधारकों को पिछले साल की तरह ही 8.50 फीसदी ब्याज मिलेगा।
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आपको बता दें कि बैठक से पहले अंदेशा लगाया जा रहा था कि ईपीएफओ ब्याज दरों में कटौती कर सकता है, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। फाइनेंशियल ईयर 2020-21 के लिए ईपीएफओ 8.50 फीसदी ब्याज को बरकरार रखा है। ऐसे में नौकरीपेशा लोगों को बड़ी राहत मिली है। ब्याज दरों को बरकरार रखा गया है। आपको बता दें कि आज EPFO के सेंट्रल बोर्ड ट्रस्टी की अहम बैठक शिमला में हुई। इस बैठक में पीएफ की ब्यज दर को लेकर फैसला लिया गया और इसे 8.5 फीसदी पर बरकरार रखा है।7 साल में सबसे कम ब्याज
आपको बता दें कि ईपीएफओ द्वारा वित्तीय वर्ष 2019-20 में पीएफ की ब्याज दरों में कटौती कर इसे 8.5 फीसद कर दिया गया था। अंशधारकों को दो किस्तों में 8.5 फीसदी के ब्याज का भुगतान करने की बात कही गई, जिसमें 8.15 फीसदी इन्वेस्टमेंट से और 0.35 फीसदी इक्विट से किया जाएगा। इससे पहले वित्तीय वर्ष 2018-19 में ईपीएफ की ब्याज दर 8.65 प्रतिशत थी, वहीं 2017-18 में 8.55 प्रतिशत था। वहीं वित्तीय वर्ष 2016-17 में 8.8 फीसदी तय किया गया था।