कटिहार। नेपाल के पोखरा व धरहन में भारी बारिश से महानंदा नदी के जलस्तर में वृद्धि दर्ज की गई है। शुक्रवार को छह घंटे के दौरान नदी के जलस्तर में आठ सेमी तक की वृद्धि हुई है। हलांकि झौआ, आजमनगर एवं बहरखाल को छोड़ अन्य आक्राम्य स्थलों पर महानंदा के जलस्तर में उतार चढ़ाव देखा गया। गंगा, कोसी व बरंडी नदी स्थिर बनी हुई है। काढ़ागोला में गंगा के जलस्तर में एक सेमी की मामूली वृद्धि दर्ज की गई है।
बाढ़ नियत्रण प्रमंडल से मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार की सुबह झौआ में महानंदा का जलस्तर 31.42 मीटर दर्ज किया गया था। दोपहर में यहां जलस्तर 31.50 मीटर आंका गया। बहरखाल में जलस्तर 31.10 मीटर से बढ़कर 31.15 मीटर दर्ज किया गया। आजमगनर में जलस्तर 30.41 मीटर दर्ज किया गया। धबौल में महानंदा के जलस्तर में कमी दर्ज की गई है।
यहां जलस्तर 30.76 मीटर दर्ज किया गया है। कुर्सेल में महानंदा नदी दो सेमी वृद्धि के साथ 31.40 मीटर तथा गोविदपुर में दो सेमी वृद्धि के साथ 27.63 मीटर पर बह रही है। रामायणपुर में गंगा नदी का जलस्तर 27.91 मीटर पर स्थिर बना हुआ है। काढ़ागोला में गंगा एक सेमी वृद्धि के साथ 31.08 मीटर पर बह रही है। एनएच 31 पर डुमर के समीप बरंडी नदी 31.40 मीटर, कारी कोसी 28.77 मीटर तथा कुरसेला ब्रिज के समीप कोसी नदी 31.50 मीटर पर बह रही है।
जलस्तर में वृद्धि से तटबंध के खुले हिस्से से बढ़ा पानी के फैलाव का खतरा
महानंदा नदी के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि से शिवगंज के समीप तटबंध के खुले हिस्से से पानी का फैलाव होने का खतरा बढ़ने लगा है। आजमनगर प्रखंड के कई गांवों में खेत खलिहानों में पानी का फैलाव हो गया है। जलस्तर में लगातार वृद्धि होने से निचले इलाके में पानी का फैलाव होने की आशंका से ग्रामीण सशंकित हैं।