शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने शुक्रवार को कहा कि राज्य के सभी शिक्षाकर्मियों के बकाया का भुगतान दो सप्ताह के भीतर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह सच है कि पिछले दो-तीन महीनों से वेतन लंबित होने के कारण शिक्षाकर्मियों का बुरा हाल है। सरकार उनकी कठिनाइयों के प्रति जागरूक और संवेदनशील है। इसे देखते हुए, प्राथमिक, मध्य, माध्यमिक विद्यालयों के अलावा, विभिन्न विश्वविद्यालयों के शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मियों के वेतन के भुगतान के लिए अनुमोदन आदेश जारी किया गया है।
मंत्री श्री चौधरी ने कहा कि सभी जानते हैं कि कोरोना महामारी के कारण बार-बार बंद होने और तालाबंदी के कारण सभी विभागों के कर्मी परेशान हैं। विभाग के अधिकांश कर्मचारी और अधिकारी कोरोना के शिकार हुए हैं और कई लोग मारे गए हैं। ऐसी स्थिति में, शिक्षा विभाग की पहल के तहत वतनदी के भुगतान के लिए वित्त विभाग की सहमति प्राप्त करके प्रक्रियात्मक औपचारिकताओं को त्वरित गति से पूरा किया जा रहा है।
यदि केंद्र से प्राप्त राशि राज्य निधि से जारी नहीं की जाती है तो..
शिक्षा मंत्री श्री चौधरी ने कहा कि वर्तमान में केंद्र सरकार से कुल शिक्षा की राशि प्राप्त नहीं होने के बावजूद, उक्त श्रेणी के शिक्षकों के लिए राज्य कोष से राशि जारी की जा रही है। अल्पसंख्यक स्कूलों और मदरसों में भुगतान ईद-उल-फ़ित्र से पहले वेतन देने का एक प्रयास है। इसी तरह, विभिन्न कॉलेजों के शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों के साथ, संस्कृत शिक्षण संस्थानों के वेतन और पेंशन की राशि भी आवंटित की गई है। इसलिए, शिक्षाकर्मियों को वेतन और पेंशन के बकाया के भुगतान के लिए सरकार सतर्क है।