स्कूल के बजाय शिक्षा विभाग कार्यालय में घूमते मिले शिक्षक
बिहार के औरंगाबाद जिले में एक शिक्षक को स्कूल समय में शिक्षा विभाग कार्यालय जाना महंगा पड़ गया. एसीएस केके पाठक के निर्देश पर विभागीय अधिकारी ने उस स्कूल के हेडमास्टर के साथ-साथ महिला शिक्षक का वेतन भी रोक दिया है.
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बताया जा रहा है कि शिक्षिका प्रीति कुमारी स्कूल में पढ़ाने के बजाय जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) के कार्यालय में घूमती पाई गईं. जब उससे पूछा गया तो उसने कहा कि उसने छुट्टी ले ली है और किसी काम से आ रहा हूं. जांच में जानकारी गलत पाए जाने पर विभाग ने यह कार्रवाई की है.
जानकारी के मुताबिक गलत जानकारी देने के आरोप में औरंगाबाद जिले के गोह प्रखंड के राजकीय प्राथमिक विद्यालय गोह की शिक्षिका प्रीति कुमारी और प्रधानाध्यापक का वेतन बंद कर दिया गया है. स्थापना डीपीओ दयाशंकर ने इस आशय का पत्र जारी किया है. राजकीय प्राथमिक विद्यालय गोह के प्रधानाध्यापक को पत्र लिखते हुए कहा गया है कि जिला शिक्षा कार्यालय भ्रमण के दौरान शिक्षिका प्रीति कुमारी मिलीं. उन्होंने बताया कि उन्होंने स्कूल से छुट्टी ले ली है और ऑफिस के काम से यहां मौजूद हैं.
गोह के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि प्रधानाध्यापक ने 13 दिसंबर से उपस्थिति कॉलम में जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय का उल्लेख किया है. शिक्षिका प्रीति कुमारी को स्थापना डीपीओ या किसी अन्य पदाधिकारी द्वारा किसी भी कार्य के लिए जिला शिक्षा कार्यालय नहीं बुलाया गया. ऐसे में बताएं कि प्रीति कुमारी के उपस्थिति कॉलम में गलत जानकारी क्यों दर्ज की गयी. स्पष्टीकरण प्राप्त होने एवं निर्णय लिये जाने तक प्रीति कुमारी का 13 दिसंबर का वेतन स्थगित कर दिया गया है. इसके अलावा प्रधानाध्यापक का पूरे माह का वेतन रोक दिया गया है.