पंचायत चुनाव में 12 हजार कर्मियों की लगी ड्यूटी

बांका। कोरोना काल में हो रहे पंचायत चुनाव में इस बार चुनाव आयोग ने कई बदलाव किए हैं। पहली बार मतदान और मतगणना का काम साथ-साथ चलता रहेगा। एक चरण का मतदान होने के बाद पहले उसकी मतगणना पूरी होगी, तब दूसरे चरण का मतदान होगा। सभी 10 चरण में 11 प्रखंड के मतदान की मतगणना जिला मुख्यालय में होगी। चुनाव की अधिसूचना जारी होने के साथ ही प्रशासन पूरी तरह चुनावी मूड में आ गया है।

मंगलवार को ही 12 हजार मतदान कर्मियों का पिन जेनरेट कर उन्हें ड्यूटी का मैसेज मोबाइल पर भेज दिया गया है। मैसेज के दूसरे ही दिन बुधवार से सभी प्रखंड मुख्यालय में उनका चुनाव प्रशिक्षण भी शुरू हो गया है। मतदान कर्मियों का पहला नियुक्ति पत्र जारी होना अभी बाकी है। अगले सप्ताह तक सभी कर्मियों को इसे उपलब्ध करा देना है। चुनाव कार्मिक कोषांग की जानकारी के मुताबिक मतगणना कार्य में लगने वाले कर्मियों को बूथ पर मतदान की ड्यूटी नहीं मिलेगी।

वे जिला मुख्यालय में ही लगातार मतगणना के काम को पूरा करते रहेंगे। खास बात यह कि एक मतदान कर्मी को चुनाव के दौरान कम से कम तीन तथा अधिकतम चार चरण का मतदान कराना पड़ सकता है। इस बार शिक्षकों के अलावा टोला सेवक, रसोईया, संविदा कर्मी, पंचायत रोजगार सेवक, आवास सहायक की बड़ी संख्या मतदान कर्मी में होगी।

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डायट और पीबीएस में जिले की मतगणना

पहली बार पंचायत चुनाव में सभी प्रखंड की मतगणना का काम जिला मुख्यालय में पूरा किया जाएगा। इसके लिए डायट और पीबीएस कालेज को मतगणना केंद्र बनाया जा रहा है। मतगणना का काम पांच हाल में पूरा होगा। एक हाल में एक पद के लिए ही गिनती पूरी होगी। मतगणना के काम में पूरी तरह बदलाव कर दिया गया है। पहले चरण के मतदान के दूसरे दिन पांच हाल में सभी पद की मतगणना पूरी कर रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा।

ईवीएम व मतपेटी का नौ डिब्बा ढोएंगे कर्मी

मतदान कर्मियों की ड्यूटी लगते ही बुधवार से सभी प्रखंड मुख्यालय में उनका प्रशिक्षण शुरु हो गया। बांका प्रखंड का प्रशिक्षण डायट में हुआ। अगले तीन दिन प्रशिक्षण जारी रहेगा। प्रशिक्षकों ने बताया कि एक बूथ पर चार ईवीएम और एक मतपेटी से मतदान होगा। यानी मतदान कर्मी को चार बीयू, चार सीयू, एक मतपेटी का नौ बक्सा ढोकर मतदान केंद्र ले जाना होगा। फिर सभी बक्सा देर शाम जिला मुख्यालय के वज्रगृह में जमा होगा। इसलिए इस बार पीठासीन पदाधिकारी के साथ अन्य मतदान कर्मी को भी वज्रगृह तक साथ रहना है। पहले दिन के प्रशिक्षण में कर्मी को ईवीएम संचालन, चुनाव वाले पद, बैलेट पेपर का रंग आदि समझाया गया।