इन तीन वजहों से नीतीश सरकार पर पड़ेगा विधानसभा का ये सत्र भारी, तेजस्वी ने विपक्ष को एकजुट कर बनाया प्लान…

बिहार में विधानसभा का मानसून सत्र शुरू हो गया है, पहले दिन स्पीकर ने श्रद्धांजलि देने के बाद सदन की कार्यवाही मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दी. वहीं राजद, कांग्रेस और एमएलए सरकार को सदन में घेरने की रणनीति बनाने के लिए जी-तोड़ मेहनत कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि विपक्षी विधायकों पर पुलिस कार्रवाई, महंगाई और कोरोना वायरस को लेकर राजद, कांग्रेस और एमएलए सदन में हंगामा कर सकते हैं.

सदन स्थगित होने के बाद तेजस्वी यादव, मदन मोहन झा, अजीत शर्मा और महबूब आलम ने विधायकों के साथ बैठक की. इस बैठक के बाद तेजस्वी ने कहा कि अभी तक विधायकों पर हमले के मामले में कार्रवाई के नाम पर सिर्फ बयानबाजी की गई है. अगर सरकार इस मामले में कार्रवाई नहीं करती है और सदन में माफी नहीं मांगती है तो हम इसका विरोध करते रहेंगे।

महंगाई भी रहेगी मुद्दा-

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बताया जा रहा है कि विपक्षी दल इस सत्र में सरकार के खिलाफ महंगाई का मुद्दा भी सदन में उठाएगा. इस मुद्दे को लेकर हाल ही में राजद ने बिहार में दो दिनों तक राज्यव्यापी प्रदर्शन किया था. अब माना जा रहा है कि विपक्ष इसे सदन में भी मुद्दा बनाएगा और सरकार से चर्चा की मांग करेगा.

कोरोना से मौत का मुद्दा-

सरकार के लिए कोरोना वायरस से मौत का मामला भी दम घुटने का मामला बन सकता है. दरअसल विपक्ष इसे लेकर सदन में सरकार की जमकर घेराबंदी करेगा. बिहार में कोरोना वायरस के दौरान सरकारी अव्यवस्था पर विपक्ष पहले ही हमला बोल चुका है.

इधर, बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव इस बात से दुखी दिखे कि उन्हें सदन में विश्वास का मौका नहीं दिया गया. उन्होंने मौखिक रूप से पूछा कि मंगलवार की कार्यवाही में, आपके प्रस्तावों पर चर्चा करने के लिए समय दिया जाएगा।

विपक्ष के नेता तेजस्वी ने यह नहीं बताया कि मंगलवार को विधानसभा में क्या प्रस्ताव रखे जाएंगे? इस संदर्भ में उन्होंने अपने पत्ते छुपाते हुए कहा कि उन्हें मंगलवार तक इंतजार करना चाहिए, एक सवाल के जवाब में तेजस्वी ने बताया कि 23 मार्च की घटना का विरोध सभी विपक्षियों ने किया है और विधायकों ने काले रंग का मास्क पहन रखा है.