भीषण गर्मी और लू के चलते स्कूलों के समय में जल्द होगा बदलाव, जिलाधिकारी ने दिए संकेत

औद्योगिक नगरी में गर्मी और लू का कहर जारी है। शनिवार को भी सुबह से गर्मी सिर चढ़कर बोली। घरों से बाहर निकले लोगों परेशान रहे। तेज धूप से बचने के लिए तरल पदार्थों का सेवन किया।

वहीं बिजली जाने से पंखा, कूलर और एसी बंद होने से घर और दफ्तरों में भी राहत नहीं मिली। लू, हीट स्ट्रोक की शिकायत पर बड़ी संख्या में मरीज जिला अस्पताल पहुंचे। इसी बीच जल्द ही प्रशासन स्कूलों के समय को लेकर भी फैसला लेगा।

जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने बताया कि गर्मी बढ़ रही है। जल्द स्कूलों के समय बदलने को लेकर फैसला होगा। शिक्षा विभाग के अधिकारियों से सुझाव मांगा गया है। गर्मी को लेकर भी जल्द एडवाइजरी जारी होगी।

Whatsapp Group Join
Telegram channel Join

जिला अस्पताल के फिजिशियन डा.हरी मोहन गर्ग का कहना है कि बढ़ती गर्मी के मद्देनजर अपील की जा रही कि अनावश्यक लोग दोपहर को धूप में नहीं निकलें। बाहर जाना है, तो घर से पर्याप्त पानी पीकर जाएं। कपड़े से पूरे शरीर को ढंकें। बासी खाना, कटे फल व मसालेयुक्त पदार्थों से बचें। हल्का व सुपाच्य भोजन करें। सुबह-शाम व्यायाम करें। गर्मी से बचने के लिए सत्तू का भी इस्तेमाल करें।

साढ़े 12 बजे से पहले बंद होंगे स्कूल : जिले के सरकारी स्कूलों में अभी दोपहर साढ़े 12 बजे और निजी स्कूलों में 1:30 से लेकर 2:30 बजे तक छुट्टी होती है। स्कूल के खुलने के समय को सुबह 7:30 से 12 बजे और 12:30 बजे तक किया जा सकता है।

दोपहर में बाजारों में सन्नाटा : तपती दोपहरी में शनिवार को बाजारों में सन्नाटा रहा। दुकानों पर भीड़ नहीं थी। शहर का लाइफलाइन सेक्टर-18 की सड़कें भी खाली थी। जीआइपी माल, डीएलएफ माल, शाप्रिक्स माल में भी कम ही लोग पहुंचे। दोपहर 12 बजे से चार बजे तक बाजार से ग्राहक नदारद रहे। कारोबारियों की मानें तो शाम को चार बजे से रात नौ बजे तक ग्राहक अब खरीदारी को आ रहे हैं।

स्वास्थ्य विभाग ने दिए सुझाव-

  • कड़ी धूप में गैरजरूरी कार्यों से बिलकुल बाहर न निकलें।
  • धूप में ढीले, हल्के और सूती कपड़े पहनकर बाहर निकलें।
  • पौष्टिक आहार खाकर, पेय पदार्थ साथ लेकर बाहर जाएं।
  • गर्मी में हल्का भोजन करें। कच्चा प्याज, सत्तू, दही जरूर खाएं।

लू लगने पर ये करें यह उपाय :

  • लू लगने पर व्यक्ति को छाया, कूलर, एसी या पंखे में लिटाएं।
  • शरीर, गर्दन, सिर और पेट पर ठंडे पानी से भिगोकर गीला कपड़ा रखें।
  • पीड़ित को ओआरएस के घोल के साथ छाछ या शरबत पिलाएं।
  • अगर आराम न मिले तो तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाएं।