बेगूसराय। निबंधन कार्यालय, मंझौल से पश्चिम दिशा में लगभग पांच सौ मीटर दूरी पर स्थित शाहपुर पंचायत के मुहाने पर ठाठा कुक्कुट पालन सहयोग समिति की जमीन पर अवैध रूप से अतिक्रमण का सिलसिला जारी है। ठाठा ग्रामवासियों ने उक्त जमीन के अतिक्रमण के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सोमवार को ठाठा वासियों ने प्रखंड मुख्यालय पर पहुंच कर इसके खिलाफ विरोध दर्ज कराया तथा समिति के सदस्यों एवं ठाठा के ग्रामीणों ने आवेदन बीडीओ को देकर अविलंब कार्रवाई की मांग की।
बताते चलें कि 1980 के दशक के दौरान बिहार सरकार ने ठाठा ग्रामवासियों को बाढ़ की तबाही से बचाने के लिए उक्त समिति का गठन कराया था तथा रोजगार के लिए बड़े पैमाने पर कुक्कुट पालन की शुरुआत की थी, परंतु वर्तमान परि²श्य में सारा सिस्टम ध्वस्त नजर आ रहा है।
विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार, सरकार द्वारा 15 जनवरी 1986 को समिति गठित कर ठाठा के अनुसूचित वर्ग के लोगों को यहां निर्वासित करने की योजना थी, परंतु कुछ लोग ही यहां निर्वासित हुए। अधिकतर लोगों ने बाढ़ की तबाही को झेलते हुए भी अपने ठाठा ग्राम में ही रहना पसंद किया। इसके फलस्वरूप सरकार की योजना परवान नहीं चढ़ सकी।
वर्तमान में ठाठा ग्राम वासियों ने उक्त समिति को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से मोर्चाबंदी प्रारंभ की है। मुखिया प्रतिनिधि बमबम सिंह ने बताया ग्रामीणों की मांग जायज है। स्थानीय प्रशासन को इस पर त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए। मुखिया प्रतिनिधि के नाते हम भी समिति को पुनर्जीवित करने की दिशा में हर संभव प्रयास करेंगे।