दरभंगा। एयरपोर्ट के नए सिविल एनक्लेव व रनवे विस्तार को राज्य कैबिनेट की हरी झंडी मिलने के बाद उम्मीदें बढ़ गई हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग-57 पर दिल्ली मोड़ से लेकर सकरी तक व्यावसायिक ²ष्टिकोण से कायाकल्प होने की आस जगी है। लोगों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे। दरभंगा एयरपोर्ट के नए सिविल एनक्लेव निर्माण के साथ ही यहां से घरेलू विमान सेवा के साथ अंतरराष्ट्रीय विमान सेवा की भी शुरुआत होगी। कार्गो सेवा, एयर एंबुलेंस सेवा आदि के सुचारु होने से यहां के उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय बाजार मिलेगा। एयर एंबुलेेंस सेवा की शुरुआत और दरभंगा में एम्स की स्थापना से दरभंगा का पूरा इलाका मेडिकल के क्षेत्र में आत्मनिर्भर होगा। कार्गो सेवा की शुरुआत होने से एनएच किनारे बड़े-बड़े गोदाम का निर्माण होगा।
कौडिय़ों के भाव बिकने वाली जमीन के दाम छू रहे आसमान
करीब एक दशक पूर्व दिल्ली मोड़ और आसपास की जमीन कौडिय़ों के दाम बिकती थी। इनके खरीदार नहीं मिलते थे। इन एक दशक में जैसे-जैसे शहर का विकास होता गया, जमीन के दाम में उछाल आता गया। दरभंगा एयरपोर्ट के संचालन की कवायद शुरू होते ही जमीन के दाम आसमान छूने लगे। दिल्ली मोड़ से लेकर सकरी तक सड़क किनारे दोनों ओर की जमीन की घेराबंदी जमीन के मालिकों ने करनी शुरू कर दी। कुछ जमीन मालिकों ने तो बड़े-बड़े गोदामों का निर्माण कर इसे गति प्रदान करनी भी शुरू कर दी है।
सिविल एनक्लेव के लिए 78 एकड़ जमीन का होना है अधिग्रहण
दरभंगा एयरपोर्ट के नए सिविल एनक्लेव के लिए 78 एकड़ जमीन का अधिग्रहण होना है। इनमें 54 एकड़ में सिविल एनक्लेव का निर्माण किया जाएगा, जबकि शेष 24 एकड़ जमीन में रनवे का विस्तार किया जाएगा। इसे जिला प्रशासन की ओर से पूर्व में ही चिह्नित कर लिया गया है। सरकारी अमीन जमीन की मापी भी कर चुके हैं। केवल सरकार की हरी झंडी का इंतजार था, जो अब पूरा हो गया है। नया सिविल एनक्लेव महानगरों की तर्ज पर बनाया जाएगा। इंटरनेशनल एयरपोर्ट की तर्ज पर यहां सारी सुविधाएं होगी। नए सिविल एनक्लेव जाने के लिए इंट्री और एक्जिट के अलग-अलग रास्ते होंगे। दिल्ली मोड़ से महज 500 मीटर की दूरी पर बने एक फ्लाईओवर के पास से नए टर्मिनल में प्रवेश के लिए इंट्री का रास्ता बनाया जाएगा।