नागर विमानन राज्यमंत्री डॉ विजय कुमार सिंह ने राज्यसभा में बताया कि 2020-21 में दरभंगा हवाई अड्डे पर 460 विमान उतरे, जिन पर 1.52 लाख यात्रियों ने सफर किया। हालांकि, कोविड के प्रभाव के चलते गया हवाई अड्डे पर यातायात प्रभावित हुआ।
भाजपा के वरिष्ठ नेता व सांसद सुशील कुमार मोदी के सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री ने बताया कि गया हवाई अड्डे पर 2019-20 में जहां 1803 विमान उतरे, वहीं वर्ष 2020-21 में यह संख्या चार गुना घट कर 2020-21 में 394 हो गयी।
यात्रियों की संख्या भी 2.33 लाख से घट कर 69 हजार 648 रह गयी। उन्होंने बताया कि पटना हवाई अड्डे पर पिछले तीन वर्षों में यात्रियों की संख्या क्रमशः 40.61 लाख, 45.25 लाख एवं 2021 में घट कर 27.10 लाख हो गयी।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी किया था जिक्र : इससे पूर्व नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी को क्षेत्रीय हवाई अड्डे के विकास के लिए उड़े देश का आम नागरिक (उड़ान) योजना के तहत दरभंगा हवाई अड्डे की सफलता के बारे में बात की थी। उन्होंने सदन में कहा था कि दरभंगा हमारे बड़े ऐतिहासिक शहरों में से एक है।
यह मैथिली संस्कृति से जुड़ा हुआ है. वहां की हवाई पट्टी आजादी से पहले बनायी गयी थी और एक निजी एयरलाइन, दरभंगा एविएशन, 1950 से 1962 तक वहां उड़ानें संचालित करती थी। उन्होंने संसद में कहा कि जब पिछले साल कोविड का प्रकोप हुआ, तो महज नौ महीने में वहां से 5.75 लाख लोगों ने यात्रा की।
सुविधाओं का हो रहा विस्तार : इधर, यात्रियों की सुविधा के लिए दरभंगा-जयनगर एनएच से सीधे टर्मिनल तक पहुंचने के लिए पहुंच पथ का काम तेजी से चल रहा है. डीएम राजीव रोशन ने पहुंच पथ का काम 15 अप्रैल तक पूरा करने का निर्देश दिया है।
सड़क व एयरपोर्ट परिसर के बीच स्थित कमला मरने नदी पर कल्वर्ट बनाने का काम तेजी से चल रहा है। कल्वर्ट का काम पूरा होने के बाद पहुंच पथ को सीधे एयरपोर्ट के टर्मिनल से जोड़ दिया जाएगा। पहुंच पथ काफी चौड़ा बनाया जा रहा है, जिससे यात्रियों को आने-जाने में परेशानी नहीं होगी।
पहुंच पथ का काम पूरा होने के बाद बुजुर्ग यात्रियों को भी टर्मिनल तक पहुंचने में सहूलियत होगी। इस रास्ते पर शेड भी बनाया जाएगा। इसका निर्माण पूरा होने के साथ ही दरभंगा एयरपोर्ट की खूबसूरती भी बढ़ जाएगी।