दलसिंहसराय। बारिश के पानी ने इस बार कहर ढा दिया है। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों के तालाब व गड्ढे लबालब हैं। सड़क से लेकर घर के आंगन तक में पानी है। दिन गुजरने के साथ पानी में सड़न से बदबू फैलने लगी है। जिसके लिए लोग जल निकासी से लेकर पानी मे ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कर रहे हैं। लेकिन सबके स्वास्थ्य की जिम्मेदारी निर्वहण करने वाली संस्था प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कुछ भी नहीं हो रहा है। यह भी महीनों से जलजमाव की गिरफ्त में है ।
जबकि यहां हर बुधवार को नवजात के टीकाकरण का काम किया जाता है। नौनिहलों की सुरक्षा कवच के लिए मां घर से किसी तरह स्वास्थ्य के केंद्र तो आ जाती हैं , लेकिन केंद्र में जलजमाव के साथ फैले मेडिकल कचरे उन्हें सोचने पर मजबूर कर देते हैं। वैक्सीन लगाकर जिस सुरक्षा के लिए वह यहां तक आयी है। कहीं इसके कारण बच्चा कहीं अन्य संक्रमण की चपेट में न आ जाए। बाबजूद कुछ महिला मजबूरी में पानी के बीच अपने बच्चों को टीका लगवाने के लिए केंद्र के टीका कक्ष में पहुंच रही हैं।
नगर परिषद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए गुमनाम
पानी निकासी को लेकर दिन रात जुटा नगर परिषद कार्यालय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दलसिंहसराय के लिए गुमनाम हो चुका है । क्योंकि नगर परिषद को शहर के आलाधिकारी और रसूखदार लोगों के घर दुकान परिसर के साथ सड़कों से पानी निकालने से फुर्सत ही नही मिलती है। ऐसे में वह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से जल निकासी कैसे करे? हालांकि इसके लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के पदाधिकारी से लेकर कर्मी तक भी कम दोषी नहीं हैं। जल निकासी को लेकर कोई इंतजाम कर नहीं पा रहे हैं । आखिर उन्हें इस बात से क्या फर्क पड़ता है कि जिस नौनिहाल की जिम्मेदारी उन्हें सरकारों ने सौपी है ।
वह उनकी जिम्मेदारी नहीं महज सिर्फ नॉकरी तक सिमट कर रह गई है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रबंधक प्रभात प्रसुन ने कहा कि जल निकासी को लेकर नगर परिषद से लेकर स्थानीय प्रशासनिक पदाधिकारी तक को पत्राचार है, लेकिन अभी तक जल निकासी को लेकर किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई नही की गई है । हम प्रयासरत है कि जल निकासी की जाए ।