जहानाबाद, CRPF में तैनात एक जवान जो अपने दोस्त की पत्नी पर गंदी नजर रखता था, उस दोस्त को सुपारी किलर की मदद से मारा गया। बिहार के जहानाबाद में पूर्व सीआरपीएफ जवान सह कैंटीन संचालक की हत्या का मामला पुलिस ने दिन के उजाले में दर्ज किया है। इस मामले में, पुलिस ने हत्या के मामले में शामिल तीन शूटरों (जहानाबाद मर्डर केस) और एक सीआरपीएफ जवान को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने हत्या का ठेका दिया था। हादसा 23 दिसंबर को एनएच के पास कदौना ओपी क्षेत्र के लोदीपुर गांव के पास हुआ था।
इस हत्याकांड में प्रयुक्त देशी कट्टा भी बरामद कर लिया गया है। इस संबंध में एसपी मीनू कुमारी ने प्रेस कांफ्रेंस कर मामले का खुलासा करते हुए बताया कि मृतक सीआरपीएफ के पूर्व मित्र जवान जितेंद्र कुमार, दयानंद पासवान मृतक की पत्नी से प्यार करता था, जबकि मृतक का मामा लवकुश अपने पिता को पकड़ना चाहता था। कैंटीन वगैरह। दोनों लोगों ने नालंदा जिले के नूरसराय निवासी धनंजय नट और पटना के बख्तियारपुर निवासी संतोष नट को पांच लाख रुपये की सुपारी देकर जितेंद्र पासवान की हत्या कर दी।
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इसमें से लवकुश ने दो लाख के लिए सुपारी और दयानंद पासवान को एक लाख रुपये में सुपारी दी, जबकि सुपारी के पास दो लाख रुपये बचे थे। एसपी मीनू कुमारी ने इस हत्या के मामले के रहस्य का खुलासा करते हुए कहा कि 23 दिसंबर की हत्या पूरी तरह से अंधा मामला था, जिसमें केवल उन्हें सीसीटीवी फुटेज मिले थे और केवल उन्हीं सुरागों के आधार पर उनकी टीम ने वैज्ञानिक आधार पर पूरे मामले की जांच की। खुलासा किया गया है। इस हत्या में शामिल एक और शूटर की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। गौरतलब है कि इस घटना के बाद जहानाबाद में सनसनी मच गई थी।