Covid Third Wave : कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर का खतरा बढ़ता जा रहा है। देश में तीसरी लहर कब आएगी या तीसरी लहर ने दस्तक दी है या नहीं इसको लेकर विशेषज्ञों की अलग-अलग राय है। देश में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामले, कई जानकारों का कहना है कि दूसरी लहर अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुई है.
देश में जब भी कोरोना संक्रमण की रफ्तार बढ़ी है, महाराष्ट्र, केरल जैसे राज्य हैं जो पहले ही संक्रमण के खतरे के संकेत दे चुके हैं. इन राज्यों में भी कोरोना संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. केरल में एक बार फिर संक्रमण के मामलों का बढ़ना इस ओर इशारा कर रहा है.
केरल में 3 अगस्त को जारी आंकड़ों में बताया गया कि महज 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 23767 नए मामले सामने आए. राज्य में संक्रमितों की संख्या 34.49 लाख के आंकड़े को पार कर गई है. केरल ही नहीं कई राज्यों में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामले एक बार फिर देश में बढ़ते खतरे की ओर इशारा कर रहे हैं.
देश के वरिष्ठ वैज्ञानिक प्रो. गगनदीप कांग ने भी कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को लेकर आगाह किया है. उन्होंने कहा, अगर हम इस समय नहीं सुधरे और स्थिति पर काबू नहीं पाया तो तीसरी लहर का खतरा दूसरी से ज्यादा खतरनाक हो सकता है.
कितनी खतरनाक होगी कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर? इस सवाल के जवाब में वैज्ञानिक प्रो. गगनदीप कांग ने कहा, इसका अंदाजा बिल्कुल नहीं लगाया जा सकता. यह वायरस कब म्यूटेट हो जाएगा और कितना खतरनाक हो जाएगा, इसका अंदाजा कोई नहीं लगा सकता।
केरल में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामले पर उन्होंने कहा, यहां संक्रमण दर अधिक है लेकिन सच्चाई यह है कि टीकाकरण की गति भी धीमी रही है. स्थानीय स्तर पर भी जिस सुरक्षा का कड़ाई से पालन किया जाना चाहिए, उसे नहीं अपनाया गया है। बकरीद के मौके पर मिली राहत संक्रमण के मामलों के बढ़ने की एक बड़ी वजह है.
देश में बढ़ते संक्रमण का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 24 जिलों में 10 फीसदी से ज्यादा संक्रमण के मामले हैं. इन राज्यों में कोरोना के साथ-साथ केरल, महाराष्ट्र समेत कई राज्य ऐसे हैं जहां संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं. 57 जिले ऐसे हैं जहां कोरोना संक्रमण के 100 से ज्यादा मामले हैं।