पटना। बिहार की राजधानी पटना से एक बड़ी खबर सामने आई है. कहा जा रहा है कि पटना एम्स के रेजिडेंट डॉक्टरों ने हड़ताल की चेतावनी दी है. रेजिडेंट डॉक्टरों ने अपने लिए बेड रिजर्व करने की मांग की है। उन लोगों का कहना है कि 20 बेड ऐसे डॉक्टरों के लिए आरक्षित होने चाहिए जो कोविड पॉजिटिव हैं. रेजिडेंट डॉक्टरों का कहना है कि रेजिडेंट डॉक्टरों के संक्रमित होने पर उन्हें बेड नहीं मिल रहा है. कोविड ने ड्यूटी के बाद 8 दिन के लिए छुट्टी देने की भी मांग की है। रेजिडेंट डॉक्टरों का कहना है कि 24 मई को मांगें पूरी नहीं होने पर सभी हड़ताल पर चले जाएंगे.
दरअसल, बिहार में डॉक्टर भी कोरोना वायरस की चपेट में हैं. दो दिन पहले खबर सामने आई थी कि बिहार में अब तक 78 डॉक्टरों की कोरोना वायरस से मौत हो चुकी है. यही वजह है कि डॉक्टर उनकी सेहत को लेकर चिंतित हैं।
शेखपुरा और सीतामढ़ी का एक-एक मरीज शामिल है।
वहीं, 18 मई को खबर सामने आई थी कि बिहार में कोरोना वायरस से फैले संक्रमण से पिछले 24 घंटों के दौरान 96 और मरीजों की मौत हो गई. इनके साथ ही राज्य में सोमवार तक महामारी से 3,928 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, राज्य में कुल मामलों की संceasefire-between-israel-and-hamasआईआईएमख्या बढ़कर 6,57,829 हो गई, इस दौरान 5920 और लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई। स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार बिहार में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण से मरने वाले 96 मरीजों में पटना में 20, बेगूसराय में 11, लखीसराय व सारण में चार-चार, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, नालंदा, पश्चिम चंपारण सीवान व सुपौल, अररिया, भागलपुर, भोजपुर, बक्सर, जमुई, कैमूर, मधुबनी, मुंगेर, रोहतास व वैशाली, बांका, गया, जहानाबाद, किशनगंज, मधेपुरा, पूर्वी चंपारण, समस्तीपुर, शेखपुरा और सीतामढ़ी का एक-एक मरीज है. शामिल।