CORONAVIRUS ALERT ..! पटना ।पिछले दिनों पटना में जितने भी लोग संक्रमित पाए गए हैं, उन सभी की या तो ट्रेवल हिस्ट्री थी या वे ऐसे लोगों के संपर्क में आए थे. एम्स पटना के कोरोना नोडल अधिकारी डॉ. संजीव कुमार के मुताबिक, कोरोना वार्ड में भर्ती तीनों मरीज हाल के दिनों में मुंबई, जयपुर और जम्मू-कश्मीर से लौटे थे. वहीं, जिले में इलाजरत 26 संक्रमितों में आधे से ज्यादा इसी श्रेणी के हैं. उधर, जिले के पटना जंक्शन, दानापुर और पाटलिपुत्र रेलवे स्टेशनों पर कोरोना टेस्ट की संख्या घटकर 500 के करीब पहुंच गई है.
एयरपोर्ट में यात्रियों और टेंपो चालकों की चेकिंग की तैयारी
स्वास्थ्य विभाग में मंगलवार को खतरनाक नए वैरिएंट ओमाइक्रोन ने राज्य में दस्तक देते ही इसकी पहचान कर रोकथाम की रणनीति बनाई। इसके तहत रोजाना एयरपोर्ट पहुंचने वाले कुल यात्रियों में से पांच फीसदी की रैंडम तरीके से स्क्रीनिंग की जाएगी। सिविल सर्जन डॉ. विभा कुमारी सिंह ने बताया कि इसके लिए एयरपोर्ट के अंदर और बाहर एक-एक काउंटर बनाया जाएगा. जिनके पास परीक्षण रिपोर्ट नहीं है, अनुरोध पर नमूना लिया जाएगा। एंटीजन की रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उन्हें आइसोलेशन में भेज दिया जाएगा।
विदेश से आए लोगों को ढूंढ़ने में पसीने छूट रहे हैं
केंद्र सरकार ने अब तक सिविल सर्जन के कार्यालय को 316 लोगों की सूची दी है, जो हाल ही में खतरनाक संस्करण से प्रभावित देशों से लौटे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने इनकी तलाश में दो टीमें लगाई हैं। इसके बावजूद लोगों को चिन्हित कर सैंपलिंग की गति बेहद धीमी है। इसका कारण कई लोगों के मोबाइल नंबर गलत होना या उनका फोन स्विच ऑफ होना बताया जा रहा है। वहीं कई लोग ऐसे भी हैं जिनका पता पटना का है लेकिन बाहर होने की बात कह रहे हैं. अधिकारियों का कहना है कि उन्हें घर के पते के आधार पर चिन्हित किया जा रहा है.
विदेश से लौटे 316 में से 32 यात्री, 17 निगेटिव
केंद्र से मिली दो सूचियों के मुताबिक जिले में अब तक विदेश से 316 लोग आ चुके हैं. इसके विपरीत स्वास्थ्य विभाग अब तक 32 लोगों के सैंपल जांच के लिए भेज चुका है। हालांकि अब तक जिन 17 लोगों की रिपोर्ट आई है, वे सभी निगेटिव हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अन्य लोगों की जल्द जांच कराने की बात कह रहे हैं.