विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के मुखिया मुकेश सहनी को रविवार को बड़ा झटका लगा है। CM नीतीश कुमार ने राज्यपाल से उन्हें बर्खास्त करने की सिफारिश की है। थोड़ी देर में राजभवन से इससे संबंधित लेटर जारी किया जा सकता है। सहनी फिलहाल बिहार कैबिनेट में पशु व मत्स्य संसाधन विभाग के मंत्री थे।
पिछले 3 दिन से सहयोगी BJP सहनी से मंत्री पद से इस्तीफा देने की मांग कर रही थी, लेकिन उन्होंने इस्तीफा देने से इनकार कर दिया था। उन्होंने कहा था, ‘मैं सन ऑफ मल्लाह हूं, उनके अधिकार के लिए लड़ाई लड़ता रहूंगा।
मेरी कोई गलती नहीं है, अपने समाज के लिए आरक्षण मांगा है। सभी जगह आरक्षण मिला है। बिहार में नहीं मिला। किसी के सामने नहीं झुकूंगा।’ इस बयान के दो दिन बाद उन पर यह कार्रवाई की गई है।
23 मार्च को सहनी के तीनों विधायक राजू सिंह, स्वर्णा सिंह और मिश्री लाल यादव ने पार्टी छोड़ दी थी और BJP में शामिल हो गए थे। तब BJP के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा था, ‘तीनों विधायक हमेशा से BJP के थे। 2020 में BJP की तरफ से इन्हें चुनाव लड़ाने की पूरी तैयारी हो गई थी।
लिस्ट में इनका नाम भी तय हो गया था। अगर RJD ने सहनी के पीठ में खंजर नहीं भोंका होता तो ये हमारे ही उम्मीदवार होते। आज साहनी ने अपनी ताबूत में आखिरी कील मार ली, जब उन्होंने बोचहां में BJP प्रत्याशी के खिलाफ अपने उम्मीदवार के नामांकन में शामिल हुए।’
सहनी ने पहले ही छोड़ दी थी सरकारी गाड़ी==विधायकों के पार्टी छोड़ते ही सहनी को इस बात का अंदेशा हो गया था कि अब उनका मंत्री पद जाने वाला है। इसके बाद उन्होंने अपनी सरकारी गाड़ी छोड़ दी थी। वे अपनी निजी कार से चलने लगे थे। अपने घर के आगे से अपना नेम प्लेट हटा लिया था।
विधानसभा चुनाव हारने के बाद भी मंत्री बने थे सहनी..2020 में सन ऑफ मल्लाह यानी मुकेश सहनी ने अपने आप को राजनीति में सेट करने के लिए RJD से बगावत कर NDA का दामन थामा थे। तब BJP ने उनको अपने हिस्से की 11 विधानसभा सीटें दी थी।
हालांकि, वह खुद सिमरी बख्तियारपुर से चुनाव हार गए थे। उनके 4 विधायक जीते। इनमें से तीन विधायक BJP के पूर्व नेता थे। बाद में सहनी को BJP ने MLC बनाकर मंत्री बना दिया था।