CM नीतीश ने मंगलवार को बुलाई सर्वदलीय बैठक, जानें कब क्या हुआ

जातीय गणना की रिपोर्ट जारी होने के बाद बिहार के मुख्यमंत्री CM नीतीश कुमार ने कहा है कि बिहार के समग्र विकास के लिए सभी लोग एक साथ मिलकर अपनी सरकार का काम करेंगे। इससे समाज के सभी तबके के लोगों की सुख समृद्धि बढ़ेगी और नाजुक वर्ग की स्थिति में सुधार होगा। उन्होंने यह भी कहा कि अब जनसंख्या के आधार पर सभी लोगों के कल्याण के लिए सरकार बनाई जाएगी।

CM नीतीश ने मंगलवार को बुलाई सर्वदलीय बैठक, जानें कब क्या हुआ

सर्वदलीय बैठक कार्यकारिणी के सामने साक्षत्कार रखे जायेंगे।

Whatsapp Group Join
Telegram channel Join

सीएम ने कहा कि जाति आधारित गणना लेकर 9 शिक्षकों की बैठक मंगलवार को होगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा के 9 दलों की बैठक की घोषणा पहले की थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें जाति आधारित गणना के नतीजों से अलग किया जाएगा। 9 डॉक्यूमेंट्री की राय से जाति के आधार पर गणना का काम हुआ है। सोमवार को दोपहर 12 बजे रिपोर्ट जारी हुई और उनकी कुछ ही घंटों बाद बैठक तय हो गई। यह महत्वपूर्ण बैठक दोपहर साढ़े तीन बजे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई।

Realme के ये 5G स्मार्टफोन अगले हफ्ते से भारी डिस्काउंट पर उपलब्ध होंगे

गौरतलब है कि विधानमंडल में जाति आधारित गणना का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित हो गया था. विधानसभा के सभी 9 दलों की सहमति से यह निर्णय लिया गया कि राज्य सरकार अपने संसाधनों से जाति आधारित जनगणना कराएगी. इसकी मंजूरी मंत्रिपरिषद ने 2 जून 2022 को दी थी. इसके आधार पर राज्य सरकार ने अपने संसाधनों से जाति आधारित जनगणना करायी है. बिहार विधानसभा में मौजूदगी रखने वाले सभी दल शुरू से ही सैद्धांतिक तौर पर जातीय जनगणना कराने के पक्ष में रहे हैं. उनका मानना ​​था कि जाति आधारित गणना से न सिर्फ जातियों का पता चलेगा बल्कि सभी की आर्थिक स्थिति की भी जानकारी मिलेगी, जिसके आधार पर सभी वर्गों के विकास और उत्थान के लिए आगे की कार्रवाई की जाएगी. जब गिनती का काम चल रहा था तब भी मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत में कहा था कि सभी दलों को विस्तृत जानकारी दे दी जायेगी. उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने सोमवार को जातीय जनगणना के पहले चरण के आंकड़े जारी होने पर अपनी प्रतिक्रिया में पत्रकारों से यह भी कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जल्द ही सभी दलों के साथ बैठकर बैठक करेंगे. उन्होंने कहा कि सारा डेटा वैज्ञानिक तरीके से इकट्ठा किया गया है और धीरे-धीरे सारा डेटा जारी किया जाएगा. कहीं कोई दिक्कत नहीं है. यह आज जारी किया गया है, आगे भी सब कुछ जारी किया जाएगा.’

1 जून 2022 को सर्वदलीय बैठक हुई

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर जाति आधारित गणना को लेकर 1 जून 2022 को सर्वदलीय बैठक आयोजित की गई थी. इसको लेकर सभी ने अपनी सहमति दी. 24 मई को मंत्री विजय कुमार चौधरी ने जानकारी दी थी कि बैठक 1 जून को होगी. हालांकि पहले यह बैठक 27 मई को होनी थी, लेकिन कुछ पार्टियों ने इसमें भाग लेने में असमर्थता जताई थी. इसके बाद एक जून को बैठक करने का निर्णय लिया गया. बैठक में जेडीयू, राजद, बीजेपी, कांग्रेस, हम, एमएलए, सीपीएम, सीपीआई, एआईएमआईएम को आमंत्रित किया गया है.

जनगणना रिपोर्ट: जाति रिपोर्ट से सामने आया एक और सच, घिरेगी नीतीश सरकार!

कब क्या कैसे-कैसे

0. बिहार विधानसभा व विधानपरिषद द्वारा 18 फरवरी 2019 को राज्य में जाति आधारित गणना कराये जाने का प्रस्ताव पारित किया गया
0. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में 23 अगस्त 2021 को सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल इस संबंध में प्रधानमंत्री से मिला
0. 1 जून 2022 को सर्वदलीय बैठक में बिहार में जाति आधारित गणना कराने के प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पारित किया गया
0. 2 जून 2022 को राज्य मंत्रिपरिषद की मुहर के बाद फरवरी 2023 तक सम्पन्न कराने का निर्णय
0. राज्य मंत्रिपरिषद के निर्णय के आधार पर जाति आधारित गणना की जिम्मेवारी सामान्य प्रशासन विभाग को सौंपी गयी