12वीं की बोर्ड परीक्षाएं रद्द करने की मांग वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट शुक्रवार को सुनवाई करेगा. याचिका एडवोकेट ममता शर्मा ने दायर की है, जिसमें उन्होंने 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं रद्द करने और वैकल्पिक मूल्यांकन मानदंड के आधार पर 12वीं का रिजल्ट तैयार करने की मांग की है. इस याचिका पर जस्टिस एएम खानविलकर और जस्टिस दिनेश माहेश्वरी सुनवाई करेंगे। एडवोकेट ममता शर्मा ने केंद्र, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) और काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआईएससीई) से सीबीएसई और आईसीएसई कक्षा बारहवीं की परीक्षाओं को रद्द करने का निर्देश देने को कहा है।
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याचिका में कहा गया है, “देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के कारण आने वाले हफ्तों में परीक्षा आयोजित करना संभव नहीं है और परीक्षा में देरी से विदेशी विश्वविद्यालयों में उच्च शिक्षा पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेने वाले छात्रों को नुकसान हो सकता है।” इस याचिका के बाद सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा रद्द करने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल की गई है। केरल के एक शिक्षक टोनी जोसेफ ने अपने आवेदन में कहा कि परीक्षा रद्द करना छात्रों के साथ अन्याय होगा। जोसेफ का कहना है कि उच्च शिक्षण संस्थानों में दाखिले के लिए 12वीं की परीक्षा महत्वपूर्ण है।