भोपाल। मध्य प्रदेश में तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण के कारण अब हर जगह सख्ती शुरू हो गई है। एक तरफ सड़कों और चौक चौराहों पर, जहां पुलिस कोरोना गाइड लाइन का सख्ती से पालन कर रही है, दूसरी तरफ सरकारी कार्यालयों में भी सख्ती शुरू हो गई है। राज्य के सभी विभिन्न सरकारी कार्यालयों में सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए मास्क अनिवार्य कर दिया गया है। इतना ही नहीं किसी भी अधिकारी व कर्मचारी के मास्क न लगाने पर उस पर आर्थिक दंड भी लगाया जाएगा और उसकी सैलरी में से 500 रुपए काटे जाएंगे। नेशनल हेल्थ मिशन (NHM) मध्यप्रदेश की तरफ से इसके आदेश जारी किए गए हैं।
सरकारी कर्मचारी सावधानी बरतें, यदि वे मास्क नहीं लगाते हैं तो वेतन काट लिया जाएगा
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) मध्य प्रदेश द्वारा जारी आदेश के अनुसार, अब राज्य के सभी सरकारी कार्यालयों में अधिकारियों और कर्मचारियों के मास्क लगाना अनिवार्य होगा। मुखौटा न लगाने पर अधिकारी-कर्मचारी के वेतन से 500 रुपये काट लिए जाएंगे। इसके साथ ही सरकारी कार्यालयों में सामाजिक गड़बड़ी का सख्ती से पालन करने के आदेश भी दिए गए हैं और जो भी अधिकारी कर्मचारी के आदेशों का उल्लंघन करते हैं उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। आदेश में यह भी लिखा गया है कि बिना काम के कर्मचारियों को अपनी सीट से उठना भी नहीं चाहिए।
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सतर्कता और एहतियात बहुत जरूरी है
एनएचएम के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी का कहना है कि वर्तमान में कोरोना वायरस का खतरा तेजी से बढ़ रहा है, इसलिए एहतियात और सतर्कता बरतने की बहुत आवश्यकता है। सरकारी कार्यालयों में भी, अधिकारी कर्मचारियों को कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए डिज़ाइन की गई गाइड लाइन का पालन करना चाहिए और इसीलिए यह आदेश जारी किया गया है। आदेश सभी सरकारी आधिकारिक कर्मचारियों को निर्देश देता है कि वे कार्यालय में काम के दौरान मास्क और सामाजिक गड़बड़ी का पालन करें। उन्होंने यह भी कहा कि सरकारी कार्यालयों में कोरोना गाइड लाइन का पालन न करने के कारण स्टाफ अधिकारियों के बीच कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा था, जिसके बावजूद ये आदेश जारी किए गए हैं।
Source -patrika