Breaking News: अभी तक वीडियो के आधार पर पदाधिकारी यह देखते हैं कि कहां शराब के अवैध अड्डे हैं और कहां नहीं। नए स्मार्ट ड्रोन कैमरे से मानीटरिंग के लिए किसी व्यक्ति की जरूरत नहीं होगी शराब के संदिग्ध ठिकाने देखकर ड्रोन खुद अलर्ट भेजेगा।
शराब की खोज के लिए लगाए जाने वाले ड्रोन कैमरों को भी स्मार्ट किया जा रहा है। ये स्मार्ट ड्रोन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस होंगे। अभी तक दियारा और जंगली इलाकों में ड्रोन कैमरे से निगरानी के दौरान ली जा रही तस्वीरों और वीडियो की मानीटरिंग की जाती है।
वीडियो के आधार पर पदाधिकारी यह देखते हैं कि कहां शराब के अवैध अड्डे हैं और कहां नहीं। अब नए स्मार्ट ड्रोन कैमरे से मानीटरिंग के लिए किसी व्यक्ति की जरूरत नहीं होगी, शराब के संदिग्ध ठिकाने देखकर ड्रोन खुद अलर्ट भेजेगा। मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, इन स्मार्ट ड्रोन कैमरों को नेशनल इंस्टीट्यूट आफ स्मार्ट गर्वनमेंट (एनआएसजी), हैदराबाद की मदद से विकसित किया जा रहा है। उम्मीद है कि जल्द ही नए स्मार्ट ड्रोन से शराब की निगरानी की जाएगी।
इस तरह काम करेगा स्मार्ट ड्रोन…स्मार्ट ड्रोन के साफ्टवेयर में शराब के अवैध अड्डों की पहचान के लिए जरूरी इनपुट पहले ही फीड कर दिए जाएंगे। इसके लिए शराब के बड़े-बड़े ड्रम, जलती भट्ठी, प्लास्टिक पाउच, बोतल, तरल पदार्थ, सुनसान इलाके में पैदल चलते लोग आदि से जुड़ी तस्वीरें और वीडियो को पहले ही फीड कर दिया जाएगा, ताकि कैमरे उसके आधार पर शराब के अवैध अड्डों की पहचान कर सकें।
ड्रोन को लेकर दो नई एजेंसियों से बातचीत…फिलहाल राज्य में तीन एजेंसियों के द्वारा 19 ड्रोन से सभी जिलों में छापेमारी की जा रही है। अभी तक ड्रोन की मदद से 12 हजार 850 छापेमारी की गई है, जिसमें 1294 अभियोग दर्ज किए गए हैं। इस दौरान कुल 65 लाख 28 हजार 627 किलो जावा महुआ और एक लाख 60 हजार लीटर शराब को नष्ट किया गया है। ड्रोन की संख्या बढ़ाने के लिए दो नई एजेंसियों से बातचीत की जा रही है।