BIHAR:- विद्यालयों में भी समय से पूर्व ग्रीष्मावकाश की छुट्टी घोषित किया जाय

अखिल भारतीय शैक्षिक परिषद के राष्ट्रीय सचिव शैलेन्द्र कुमार शर्मा “शैलू” एवं राज्य पार्षद व पूर्व सदस्य शैक्षिक परिषद जयनंदन यादव ने राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी को पत्र लिखकर मांग की है कि राज्य के सभी प्राथमिक, मध्य, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों को अविलंब राज्य के सभी विश्वविद्यालयों की तरह समय से पूर्व ग्रीष्मावकाश की छुट्टी घोषित की जाय।

उन्होंने कहा है कि वैश्विक महामारी कोरोना लागातार घातक हो रहा है। बिहार में भी अब तक एक लाख से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं और जिनमें कई विभिन्न अस्पतालों में इलाजरत हैं, तो कईयों ने अपनी जान गंवा दी।शैलेन्द्र एवं जयनंदन ने कहा कि सरकार के आदेश पर सचिवालय से लेकर सभी मुफस्सिल कर्मचारियों के लिए 25% उपस्थिति की अनिवार्यता की है। मगर दूसरी तरफ कोरोना की भयावहता को देखते हुए कुलाधिपति के आदेश से राज्य के सभी विश्वविद्यालयों में समय से पूर्व 1 मई से 30 मई तक गर्मी की छुट्टी घोषित कर दी गई है।

उन्होंने कहा कि राज्य के सभी कोटि के विद्यालयों के शिक्षक, शिक्षकेत्तर कर्मी एवं प्रधानों के लागातार संक्रमित होने की सूचना मिल रही है और अब तक लगभग 150 से ज्यादा ने अपनी जान गंवा दी है।श्शैलेन्द्र ने कहा कि विद्यालयों में पठन-पाठन बंद है मगर शिक्षकों,शिक्षकेत्तर कर्मी एवं प्रधानों को विद्यालय आने की बाध्यता होने के कारण उनमें तेजी से संक्रमण फैल रहा हैं। क्योंकि उनमें अधिकांश कर्मियों द्वारा सार्वजनिक परिवहन का उपयोग किया जाता है।

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जयनंदन का कहना है कि एक तरफ तो सरकार द्वारा विभिन्न माध्यमों से लोगों को घर में रहने की हिदायत दे रही है और लागतार इसके लिए कड़े कदम उठाए जा रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ अकारण शिक्षकों को विद्यालय आने का आदेश जारी कर रही है। जिस वजह से एक-दूसरे के संपर्क में आकर ना सिर्फ वो बल्कि उनके परिजन भी संक्रमित हो रहें हैं। उन दोनों ने मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री से गुहार लगाई है कि शिक्षकों,शिक्षकेत्तर कर्मियों एवं उनके परिवार की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अविलंब समय से पूर्व ग्रीष्मावकाश की छुट्टी घोषित करें।