Bihar Politics: भागलपुर समेत 4 जिलों में CM नीतीश के हवाई सर्वे पर बोले तेजस्वी यादव- लिए जा रहे नजारे

भागलपुर। Bihar Politics: सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) दो दिनों से बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वे (Aerial survey) कर रहे हैं। इसको लेकर अब राजनीति शुरू हो गई है। बिहार की विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) लगातार उनपर निशाना साध रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष जहां पीड़ितों से मिलने बाढ़ग्रस्त इलाकों का रुख कर रहे हैं, तो पार्टी कार्यकर्ता और जिलेवार आरजेडी विंग सीएम नीतीश और तेजस्वी का फोटो साझा कर बयानबाजी कर रहे हैं।

सीएम नीतीश ने दो दिनों में चार जिलों भागलपुर, खगड़िया, कटिहार और पूर्णिया का हवाई सर्वे किया। इसके बाद वे बाढ़ राहत शिविर भी पहुंचे और यहां बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात कर उन्हें मिल रहीं सुविधाओं का निरीक्षण किया। उधर, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और आरजेडी के कई नेता बाढ़ग्रस्त इलाकों में पहुंचे। इस बाबत नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इंटरनेट मीडिया पर लिखा, ‘आज विभिन्न बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा कर बाढ़ पीड़ितों के दुःख-दर्द जाना। बिहार के 40 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित है। राहत और बचाव करने में डबल इंजन सरकार असमर्थ है। सरकार साहेब के हवा-हवाई सर्वेक्षण का नतीजा भी हवा-हवाई है।’

वहीं, भागलपुर आरजेडी ने तेजस्वी के स्टेटमेंट को कोट करते हुए लिखा, ‘”लोग तकलीफ में हैं। क्या हेलिकाप्टर सिर्फ CM और PM के चढ़ने के लिए है? बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिए हेलिकाप्टर, सेना, NDRF, SDRF की मदद क्यों नहीं ली जा रही।’ भागलपुर से आरजेडी नेता सह युवा राजद के प्रदेश प्रवक्ता सह मीडिया प्रभारी अरुण कुमार यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों के दौरे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भागलपुर में उनका दौरा पूर्णरूप से बनावटी, दिखावटी और सजावटी था जिसका बाढ़ पीड़ितों से कोई लेना-देना नहीं है।’

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अरुण यादव ने आगे कहा नवगछिया, गोपालपुर, रंगरा, खरीक, बिहपुर, नारायणपुर, सबौर, पीरपैंती, कहलगांव, नाथनगर सहित कई प्रखण्डों के भारी आबादी बाढ़ और कटाव से बुरी तरह प्रभावित है। बाढ़ और कटाव के कारण जनजीवन बुरी तरह अस्त-व्यस्त है। हर साल बाढ़ और कटाव से निजात दिलाने की बात करती है सरकार फिर भी हर वर्ष बाढ़ और कटाव झेलने पर लोग मजबूर होते है। उन्होंने सरकार से 15 हजार रुपये बतौर आर्थिक मदद बाढ़ प्रभावित लोगों को देने की मांग की है।

इधर बुधवार को कटिहार पहुंचे सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि वे बाढ़ पीड़ित परिवारों की रोजाना जानकारी लेते हैं। नदियों के जलस्तर की रिपोर्ट देखते हैं। लेकिन पीड़ित लोगों से मिलकर एक अलग संतोष होता है। इसके साथ ही सीएम ने अधिकारियों को सख्त दिशा निर्देश भी दिए। फिलहाल, बिहार में बाढ़ और बाढ़ पर राजनीति कोई नई नहीं है।